क्या विपक्ष का विकास से कोई संबंध नहीं है? : संजय सेठ

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी में सुधार से घरेलू सामान सस्ते होंगे।
- प्रधानमंत्री मोदी ने 140 करोड़ लोगों को उपहार दिया है।
- स्वास्थ्य सेवाओं पर स्लैब हटाने से लोगों को लाभ होगा।
- विपक्ष का विकास से कोई लेना-देना नहीं है।
- राहुल गांधी के दबाव में सरकार ने सुधार किए हैं।
रांची, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी स्लैब में सुधार पर विपक्ष के बयानों का जवाब देते हुए रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि विपक्ष का विकास से कोई लेना-देना नहीं है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में हो रहे विकास कार्यों को वे देखना नहीं चाहते।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जब भारत प्रगति करता है, तब विपक्ष विदेश जाकर हमारी आलोचना करता है। देश की जनता विपक्षी नेताओं के मानसिक संतुलन को भली-भांति समझती है।
संजय सेठ ने जीएसटी स्लैब में सुधार के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों को उपहार दिया है, जिससे हर परिवार खुशहाल होगा। जीएसटी सुधार के बाद घरेलू उपयोग के सामान, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, कृषि उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल पहले से अधिक किफायती होंगे। यह देशवासियों के लिए एक बड़ी राहत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश की जनता से किए गए अपने वादों को पूरा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले के प्राचीर से देशवासियों से कहा था कि वे दीपावली पर गिफ्ट देंगे, और आजादी के बाद इस बड़े निर्णय से 140 करोड़ देशवासी खुश हैं। 22 सितंबर से नवरात्रि का पावन पर्व शुरू होगा और नई स्लैब दरें लागू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में जो गंभीर बीमारियों और जीवन रक्षक दवाइयों पर स्लैब हटाया गया है, इसका सीधा लाभ लोगों को होगा। हेल्थ बीमा से स्लैब हटाया गया है। रसोई घर में उपयोग होने वाली चीजों पर स्लैब कम किया गया है। भारत आत्मनिर्भर की ओर बढ़ेगा। स्लैब में सुधार से लोग स्वदेशी की ओर बढ़ेंगे।
वहीं, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने जीएसटी स्लैब में सुधार पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 12 साल बाद सरकार को होश आया, जब अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच चुका है। उन्होंने राहुल गांधी के प्रारंभिक विरोध का हवाला देते हुए कहा कि जीएसटी को आधी रात को घंटी बजाकर ड्रामे के साथ लागू किया गया।
उन्होंने दावा किया कि जीएसटी में स्लैब को जटिल बनाकर अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया गया। उन्होंने हाल के स्लैब सुधारों को राहुल गांधी के सवालों और दबाव का परिणाम बताया। उनका कहना था कि यह निर्णय सरकार की आर्थिक नीति का हिस्सा नहीं, बल्कि राहुल गांधी के दबाव में लिया गया कदम है।