क्या गुजरात के एकमात्र हिल स्टेशन पर 26 जुलाई से 17 अगस्त तक 'सापुतारा मानसून फेस्टिवल 2025' का रंग जमने वाला है?

सारांश
Key Takeaways
- सापुतारा मानसून फेस्टिवल 26 जुलाई से 17 अगस्त 2025 तक चलेगा।
- इसमें आदिवासी संस्कृति और स्थानीय परंपराओं का प्रदर्शन होगा।
- फेस्टिवल में 13 राज्यों के कलाकार भाग लेंगे।
- यह स्थानीय रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा देता है।
- सापुतारा का प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक अद्वितीय स्थान बनाता है।
गांधीनगर, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात एक ऐसा राज्य है जो हर उत्सव के माध्यम से अपनी विविधतापूर्ण संस्कृति का जश्न मनाता है। राज्य के डांग जिले में स्थित, जिसे गुजरात का चेरापूंजी कहा जाता है, सापुतारा वर्षा ऋतु में सोलह कलाओं से सज जाता है और इस अद्भुत हिल स्टेशन पर पर्यटकों की बड़ी संख्या देखी जाती है। यहां हर साल आयोजित होने वाला सापुतारा मानसून फेस्टिवल पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। इस उत्सव के चलते सापुतारा में पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिला है।
इस वर्ष, सापुतारा मानसून फेस्टिवल २६ जुलाई २०२५ से १७ अगस्त २०२५ तक आयोजित होगा, और इसके विभिन्न आकर्षणों से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध करने का वादा किया गया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से इस उत्सव की शुरुआत की गई थी, जो आज देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, गुजरात सरकार डांग में पर्यटन, विकास और रोजगार को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके मार्गदर्शन में गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) द्वारा आयोजित सापुतारा मानसून फेस्टिवल २०२५ का उद्घाटन २६ जुलाई को रंगारंग कार्यक्रम से होगा। यह उत्सव आदिवासी संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय परंपराओं के प्रचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है। इस महोत्सव में भाग लेने के लिए न केवल गुजरात, बल्कि अन्य राज्यों से भी सैलानी आएंगे।
सापुतारा में आयोजित मॉनसून फेस्टिवल की खासियत यह है कि पर्यटक डांग की समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाज, पारंपरिक भोजन और नृत्य कला का अनुभव करेंगे। इस वर्ष, 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के अंतर्गत ग्रैंड फोक कार्निवल परेड का आयोजन किया गया है, जिसमें १३ राज्यों के ३५० से अधिक कलाकार भाग लेंगे। ये कलाकार परेड में परंपरागत प्रॉप्स के साथ जीवंत लोक परंपराएं प्रस्तुत करेंगे। इस वर्ष 'रेन डांस' और 'नेचर वॉक' जैसी गतिविधियाँ भी जोड़ी गई हैं।
सापुतारा मानसून फेस्टिवल में आयोजित 'ग्रैंड क्लासिकल तथा लोक प्रदर्शनी' में ८० से अधिक कलाकार अपनी शास्त्रीय कला और लोक परंपराओं के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर प्रस्तुत करेंगे। अन्य प्रमुख आकर्षणों में प्रसिद्ध गुजराती कलाकार जैसे गीताबेन रबारी, पार्थ ओझा और राग मेहता के साथ-साथ केरल का प्रसिद्ध थेककिनकाडु अट्टम म्यूजिकल बैंड भी विशेष प्रदर्शन देंगे।
इसके अलावा, पर्यटकों को सापुतारा में टैब्लो शो, संडे साइक्लोथोन, दही-हांडी प्रतियोगिता और स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित मिनी मैराथन जैसे कार्यक्रम देखने को मिलेंगे, जो सांस्कृतिक और देशभक्ति की भावना को उजागर करेंगे।
इस उत्सव के चलते सापुतारा में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे डांग और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं, और स्थानीय लोगों का जीवन स्तर सुधरा है। इस बार, सापुतारा मेन सर्कल, गवर्नर हिल और सापुतारा लेक बोट क्लब में स्थानीय कलाकारों द्वारा दैनिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मेन डोम इवेंट्स एरिया में ट्राइबल फूड फेस्टिवल, ट्राइबल टैटू वर्कशॉप, वरली पेंटिंग वर्कशॉप, लोक संगीत, मैजिक शो जैसी गतिविधियाँ पर्यटकों के अनुभव को यादगार बनाएंगी।
सापुतारा का प्राकृतिक सौंदर्य और आह्लादक वातावरण हमेशा से पर्यटकों की पसंद रहा है। गुजरात सरकार द्वारा आयोजित मानसून फेस्टिवल के चलते डांग आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। २०२२ में सापुतारा आने वाले लोगों की संख्या ८.१६ लाख२०२३ और २०२४ में क्रमशः ११.१३ लाख और ११.६७ लाख दर्ज की गई थी।
गुजरात सरकार ने ढांचागत विकास और विशिष्ट भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रमों के आयोजनों और आदिजाति विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन द्वारा डांग जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र पर स्थान दिलाने का प्रयास किया है।