क्या सरदार वल्लभभाई पटेल की 75वीं पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं ने उनके योगदान को याद किया?
सारांश
Key Takeaways
- सरदार पटेल ने भारत की एकता के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
- उन्होंने 550 से अधिक रियासतों का भारत संघ में विलय किया।
- उनका नेतृत्व और दृढ़ संकल्प आज भी प्रेरणादायक है।
- वे महिलाओं और किसानों के स्वावलंबन के लिए कार्यरत रहे।
- उनका जीवन अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का अद्वितीय उदाहरण है।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार पटेल की आज पुण्यतिथि है। इस अवसर पर, पीएम मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और अन्य भाजपा नेताओं ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 75वीं पुण्यतिथि पर मेरा सादर नमन। उन्होंने देश को एकसूत्र में पिरोने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। अखंड और सशक्त भारतवर्ष के निर्माण में उनका अतुलनीय योगदान कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं सकता।"
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा, "राष्ट्रीय एकता के प्रतीक, मजबूत भारत के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर नमन करता हूं। सरदार साहब ने खंड-खंड में बंटे आजाद भारत को कई चुनौतियों के बावजूद एकीकृत कर एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण किया।"
उन्होंने आगे कहा कि देश के पहले गृह मंत्री के रूप में उन्होंने मां भारती की सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया। सहकारी आंदोलन को पुनर्जीवित कर महिलाओं और किसानों के स्वावलंबन को बढ़ावा देने वाले सरदार साहब राष्ट्रप्रथम के पथ पर हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी लिखा, "भारत की राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार, एकीकृत भारत के शिल्पकार, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर सादर नमन। स्वतंत्र भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में उन्होंने अदम्य इच्छाशक्ति और असाधारण नेतृत्व के बल पर राष्ट्र की अखंडता को सुनिश्चित किया।"
उन्होंने आगे कहा कि उनके दूरदर्शी मार्गदर्शन में 550 से अधिक रियासतों का भारत संघ में ऐतिहासिक विलय संभव हुआ, जिसने एक सशक्त और संगठित भारत की नींव रखी। सरदार पटेल जी का जीवन राष्ट्रसेवा, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का अमर आदर्श है, जो देश को एकता और दृढ़ता के मार्ग पर सदैव प्रेरित करता रहेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, 'उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी, लौह पुरुष 'भारत रत्न' सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! देश की आंतरिक सुरक्षा, स्वदेशी और किसानों के स्वावलंबन के साथ 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत, सुरक्षित भारत' के निर्माण हेतु उनके योगदान हम सभी के लिए प्रेरणादायक हैं।'