क्या संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में उठाए गए गंभीर मुद्दे?

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क्या संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में उठाए गए गंभीर मुद्दे?

सारांश

नई दिल्ली में आयोजित सर्वदलीय बैठक में विपक्षी नेताओं ने कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा की। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने विदेश नीति पर स्पष्टता की मांग की, जबकि अन्य नेताओं ने भी लोकतंत्र और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे उठाए। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • विदेश नीति पर चर्चा की गई।
  • चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए।
  • समाजवादी पार्टी ने खुफिया विफलता को गंभीर बताया।
  • ओडिशा की स्थिति को चिंताजनक बताया गया।
  • बिहार में मतदाता सूची से नाम हटाने को लोकतंत्र के लिए खतरा कहा गया।

नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दल के नेताओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भारत-पाकिस्तान और चीन सीमा पर दो मोर्चों की चुनौतियों और विदेश नीति पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को संसद में आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

गोगोई ने आगे कहा, काफी समय बीत चुका है और सरकार को अपनी चूक पर स्पष्टता लानी होगी। युद्ध के लिए हमने अपनी सेनाओं को पूरा समर्थन दिया। इसके बाद जो घटनाक्रम हुआ है, उस पर प्रधानमंत्री मोदी को प्रकाश डालना चाहिए क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान भारत की गरिमा और सेना के शौर्य पर सवाल उठाते हैं। आज चुनाव आयोग विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ वार्तालाप करने में संकोच कर रहा है। रक्षा और विदेश नीति पर विचार करना अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि मणिपुर में कुछ ही महीनों में शांति बहाल हो जाएगी, लेकिन लगभग 2.5 वर्ष बीत चुके हैं और वहां अब भी शांति स्थापित नहीं हुई है।

गोगोई ने बिहार में मतदाता सूची से नाम हटाए जाने पर चिंता व्यक्त की और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव आयोग की कल्पना की थी, लेकिन वर्तमान स्थिति चिंताजनक है।

वहीं समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने पहलगाम आतंकी हमले में खुफिया विफलता को गंभीर मुद्दा बताया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों पर सवाल उठाया कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में उनकी भूमिका थी। उन्होंने भारत की विदेश नीति को असफल करार देते हुए कहा कि आज कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं है, जो पहले कभी नहीं हुआ।

उन्होंने बिहार में मतदाता सूची से लाखों लोगों के नाम हटाए जाने को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 326 का उल्लंघन है।

बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, "ओडिशा में स्थिति बेहद गंभीर है। महिलाओं और बच्चियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। सच तो यह है कि आज ओडिशा सरकार पूरी तरह से अक्षम, विफल है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है, इसलिए हम राज्य के अन्य मुद्दों के अलावा, इन सभी मुद्दों को संसद में उठाएंगे।

आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे पर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार में झुग्गी-झोपड़ी वालों को मकान देने के वादे के बावजूद बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को तुरंत रोकने की मांग की।

उन्होंने विमान दुर्घटना में भारतीय पायलटों को दोषी ठहराए जाने पर भी सवाल उठाया और उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूल बंद करने को दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया।

Point of View

NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

सर्वदलीय बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई?
बैठक में विदेश नीति, रक्षा, चुनाव आयोग की निष्पक्षता और राज्य के कानून-व्यवस्था पर चर्चा की गई।
गौरव गोगोई ने क्या कहा?
गौरव गोगोई ने पीएम मोदी से संसद में आकर स्पष्टता देने की मांग की और भारत की विदेश नीति पर चिंता जताई।
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