क्या सतारा डॉक्टर सुसाइड केस में आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने किया सरेंडर?
सारांश
Key Takeaways
- महिला डॉक्टर ने आत्महत्या की, जो इस केस का मुख्य बिंदु है।
- आरोपी गोपाल बदने ने सरेंडर किया है।
- प्रशांत भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।
- पुलिस और अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
- सुसाइड नोट में गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
सतारा, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में चल रहे डॉक्टर सुसाइड केस में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने ने फलटण पुलिस थाने में सरेंडर किया, जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गोपाल बदने पर महिला डॉक्टर के खिलाफ रेप का गंभीर आरोप है, जिसने राज्यभर में हलचल मचा दी है। डॉक्टर की मौत के बाद पुलिस और अन्य अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे। दबाव बढ़ने पर पुलिस विभाग ने आरोपी इंस्पेक्टर को पहले ही सस्पेंड कर दिया था।
इस मामले में एक अन्य आरोपी प्रशांत को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिस पर मृतक डॉक्टर को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं।
मृतक महिला डॉक्टर ने हाल ही में आत्महत्या कर ली थी। उसके सुसाइड नोट में आरोपी पुलिस अधिकारी का नाम था, जिससे मामला तेजी से सुर्खियों में आया।
यह घटना सतारा जिले के फलटण क्षेत्र की है, जहां सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर का शव एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला। मौके से मिले चार पन्नों के सुसाइड नोट में उसने गोपाल बदने पर कई बार रेप और प्रशांत बंकर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया।
डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि एक सांसद और उसके दो निजी सहायकों ने उस पर कई मामलों में आरोपी व्यक्तियों के लिए फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला।
डॉक्टर ने 21 बार अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। सुसाइड नोट में वह एक घटना का जिक्र करती है, जब उसने फर्जी सर्टिफिकेट देने से मना किया था।