क्या श्री सत्य साईं बाबा का जीवन 'वसुधैव कुटुम्बकम' का प्रतीक था?: पीएम मोदी
सारांश
Key Takeaways
- श्री सत्य साईं बाबा का जीवन 'वसुधैव कुटुम्बकम' का प्रतीक है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने पुट्टपर्थी में शताब्दी समारोह में भाग लिया।
- सुखन्या समृद्धि योजना के तहत 20 हजार खाते खोले गए।
- बाबा की शिक्षाएं समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाती हैं।
- स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया गया।
पुट्टपर्थी, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने पुट्टपर्थी में बाबा के जीवन और शिक्षाओं को समर्पित एक विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकटों का एक सेट जारी किया।
इस कार्यक्रम में पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन, केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु और जी किशन रेड्डी भी शामिल हुए।
पीएम मोदी ने संबोधन करते हुए कहा, "श्री सत्य साईं बाबा का यह जन्मशताब्दी वर्ष हमारी पीढ़ी के लिए केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक दिव्य वरदान है। आज भले ही वे हमारे बीच दैहिक स्वरूप में नहीं हैं, लेकिन उनकी शिक्षा, उनका प्रेम और उनकी सेवा भावना आज भी करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन कर रही हैं।"
उन्होंने कहा, "श्री सत्य साईं बाबा का जीवन वसुधैव कुटुम्बकम का प्रतीक था, इसलिए उनका यह जन्म शताब्दी वर्ष हमारे लिए सार्वभौमिक प्रेम, शांति और सेवा का महापर्व बन गया है। हमारी सरकार के लिए गर्व की बात है कि इस अवसर पर 100 रुपए का स्मारक सिक्का और एक विशेष डाक टिकट जारी किया गया है। इस सिक्के और डाक टिकट में उनके सेवा कार्यों का प्रतिबिंब है। इस अवसर पर मैं सभी भक्तों और नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।"
उन्होंने यह भी कहा कि श्री सत्य साईं बाबा का संदेश केवल किताबों, प्रवचनों और आश्रमों की सीमाओं में नहीं बंधा है। उनकी शिक्षा का प्रभाव समाज में स्पष्ट दिखाई देता है। आज भारत के शहरों से लेकर छोटे गांवों तक, स्कूलों से लेकर आदिवासी बस्तियों तक, संस्कृति, शिक्षा और चिकित्सा सेवा का एक अद्भुत प्रवाह दिखाई दे रहा है। बाबा के करोड़ों अनुयायी बिना किसी स्वार्थ के इस कार्य में लगे हैं। मानवसेवा ही माधव सेवा है, यही बाबा के अनुयायियों का सबसे बड़ा आदर्श है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब गरीब परिवार पहली बार श्री सत्य साईं अस्पतालों में आता है, तो वे यह देखकर दंग रह जाते हैं कि अस्पताल में बिलिंग का कोई काउंटर नहीं है। यहां इलाज मुफ्त है, लेकिन मरीजों और उनके परिवारों को कोई असुविधा नहीं होती। आज यहां 20 हजार से अधिक बेटियों के नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोले गए हैं। इससे उन बेटियों की शिक्षा और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित हुआ है।
पीएम मोदी ने बताया कि भारत सरकार ने 10 साल पहले बेटियों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए, उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की थी। ये देश की उन योजनाओं में से एक है, जिसमें 8.2 प्रतिशत का सबसे ज्यादा ब्याज हमारी बेटियों को मिलता है। अब तक देश में 4 करोड़ से अधिक बेटियों के खाते सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खोले जा चुके हैं। इन खातों में अब तक सवा 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि जमा की जा चुकी है। यह बहुत अच्छा प्रयास है कि यहां श्री सत्य साईं परिवार ने 20 हजार सुकन्या समृद्धि खाते खुलवाने का नेक काम किया है।