क्या सावन के आखिरी सोमवार को बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार होगा?

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क्या सावन के आखिरी सोमवार को बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार होगा?

सारांश

श्रावण के अंतिम सोमवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार किया जाएगा। भक्त इस अवसर पर महादेव के दिव्य स्वरूप का दर्शन कर सकेंगे। इस तरह के विशेष श्रृंगार हर सोमवार को सावन में किया जाता है, जो भक्तों के लिए बेहद पुण्यदायी होता है।

Key Takeaways

  • रुद्राक्ष श्रृंगार का आयोजन 4 अगस्त को होगा।
  • भक्तों के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
  • सावन के हर सोमवार को बाबा के अलग-अलग स्वरूपों का श्रृंगार किया जाता है।
  • महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस तैनात है।
  • बुजुर्गों के लिए निःशुल्क गोल्फ कार्ट की सुविधा उपलब्ध है।

वाराणसी, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। श्रावण माह के अंतिम और चतुर्थ सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में काशी के अधिपति बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार किया जाएगा। महादेव के भक्त इस दिव्य और अलौकिक स्वरूप का दर्शन कर सकेंगे। हर सोमवार को सावन के महीनें में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में देवाधिदेव महादेव के विभिन्न स्वरूपों का विशेष श्रृंगार किया जाता है।

श्रावण माह का चौथा सोमवार 4 अगस्त को है। बाबा हर सोमवार को अपने विभिन्न स्वरूपों में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। योगी सरकार श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की सुविधा के लिए विशेष ध्यान दे रही है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण घाटों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं। सरकार ने इस महीने में भक्तों और कांवड़ियों के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

श्रावण का महीना औघड़दानी के लिए बेहद प्रिय माना जाता है। इस माह के सोमवार को बाबा के दर्शन का विशेष फल और पुण्य मिलता है। पिछले तीन सोमवार को भक्तों ने महादेव बाबा विश्वनाथ के विभिन्न स्वरूपों का दिव्य अनुभव किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि चौथे सोमवार को भक्त बाबा का विशेष स्वरूप देख सकेंगे। सायंकालीन रुद्राक्ष श्रृंगार की आरती की जाएगी। बाबा में आस्था की कतारें रात से ही सड़कों पर दिखाई देने लगी हैं। हर सोमवार को मंदिर में विशेष श्रृंगार और पूजन का यह परंपरा भक्तों के लिए अत्यंत पुण्यदायी और दुर्लभ अवसर होता है।

श्रावण माह में पहले तीन सोमवार को बाबा विश्वनाथ का विभिन्न स्वरूपों में श्रृंगार हो चुका है। पहले सोमवार को चल प्रतिमा स्वरूप, दूसरे को गौरी शंकर (शंकर-पार्वती) स्वरूप और तीसरे को अर्धनारीश्वर स्वरूप का श्रृंगार हुआ है। श्रावण की पूर्णिमा, 9 अगस्त को बाबा का पूर्णिमा वार्षिक झूला श्रृंगार होगा। सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर व्यवस्था की गई है। कांवड़ मार्ग पर पेट्रोलिंग की जा रही है। महिला कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस तैनात है। सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन से निगरानी की जा रही है। महादेव के आंगन में भक्तों के लिए चिकित्सा केंद्र, खोया पाया केंद्र, गुड़, पानी और ओआरएस की सुविधा उपलब्ध है। मैदागिन और गोदौलिया से मंदिर तक नो व्हीकल जोन है। यहां वृद्धों और दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क गोल्फ कार्ट की सुविधा भी है। कांवड़ मार्ग पर शिविरों का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है।

Point of View

काशी विश्वनाथ धाम में आयोजित श्रृंगार के पीछे का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ाना है, बल्कि भक्तों को सुरक्षित और सुगम दर्शन की सुविधा प्रदान करना भी है। यह एक उदाहरण है कि कैसे सरकार और मंदिर प्रशासन मिलकर श्रद्धालुओं की भलाई के लिए कार्य कर रहे हैं।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

श्रावण के अंतिम सोमवार को क्या विशेष श्रृंगार होगा?
हाँ, सावन के अंतिम सोमवार को बाबा विश्वनाथ का भव्य रुद्राक्ष श्रृंगार होगा।
बाबा विश्वनाथ के दर्शन का क्या महत्व है?
श्रावण के महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन का विशेष फल और पुण्य मिलता है।
क्या सुरक्षा के लिए कोई विशेष प्रबंध किए गए हैं?
जी हाँ, सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर व्यवस्था की गई है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।