क्या शाहजहांपुर में धर्मांतरण के आरोप में महिला समेत दो गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों पर पुलिस की सख्त कार्रवाई।
- एसआईटी का गठन मामले की गहन जांच के लिए।
- धर्मांतरण के मामलों में आर्थिक सहयोग की जांच।
- स्थानीय संगठनों द्वारा शिकायतें दर्ज की गईं।
- समाज में धार्मिक सहिष्णुता बनाए रखने की आवश्यकता।
शाहजहांपुर, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में अवैध धर्मांतरण के आरोपों के संदर्भ में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया गया है।
आर.सी. मिशन पुलिस ने विश्व हिंदू रक्षा सेवा, हिंदू युवा वाहिनी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर सोमवार को हरजीत और सुनीता मसीह को गिरफ्तार कर दिया। आरोप है कि दोनों बीमारी ठीक करने और अन्य बहानों से लोगों को बुलाकर प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते थे। पुलिस ने उनके पास से धार्मिक साहित्य और कई दस्तावेज बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक (सिटी) देवेंद्र कुमार ने बताया, "हाल के दिनों में थाना सिधौली और निगोही क्षेत्र में भी ऐसे ही धर्मांतरण से जुड़े मामले सामने आए हैं, जिनमें आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जांच में पता चला है कि ईसाई मिशनरी संगठनों की ओर से इन गतिविधियों के लिए आर्थिक सहयोग मिलता रहा है। हम इनकी फंडिंग स्रोतों की पूरी पड़ताल करेंगे।"
पुलिस ने इन प्रकरणों की गहन जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस टीम में एसओजी प्रभारी, सर्विलांस प्रभारी, साइबर सेल प्रभारी और संबंधित थाना क्षेत्र के विवेचना अधिकारी शामिल हैं। एसआईटी का मुख्य कार्य आरोपियों को मिलने वाले आर्थिक स्रोतों की जांच, उनकी गतिविधियों की निगरानी और अब तक कितने लोगों का धर्मांतरण कराया गया, इसका पता लगाना है। फिलहाल हरजीत और सुनीता मसीह को संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया गया है।
हिंदू युवा वाहिनी के नेता अभिषेक तिवारी ने कहा, "हमारी शिकायत पर त्वरित कार्रवाई हुई। ये संगठन गरीबों को ललचाकर धर्म बदलवा रहे थे। एसआईटी से सच्चाई सामने आएगी।"
स्थानीय कार्यकर्ता कमलेश शर्मा ने बताया, "क्षेत्र में कई परिवार प्रभावित हुए हैं। पुलिस की कार्रवाई से लोगों में राहत है, लेकिन फंडिंग की पूरी जांच जरूरी है।"