क्या शी चिनफिंग ने दूसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण भाषण दिया?

सारांश
Key Takeaways
- चीन-मध्य एशिया भावना का विकास आवश्यक है।
- सहयोग के लिए नए रास्ते खोले जा रहे हैं।
- विश्व शांति के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है।
- बेल्ट एंड रोड का उच्च गुणवत्ता वाला विकास बढ़ाना होगा।
- तीसरा शिखर सम्मेलन 2027 में होगा।
बीजिंग, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। दूसरा चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में स्थित स्वतंत्रता महल में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम जोमार्ट तोकायेव ने की।
इस अवसर पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने "चीन-मध्य एशिया भावना का विकास कर क्षेत्रीय सहयोग का उच्च गुणवत्ता वाला विकास बढ़ाएं" शीर्षक से भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले, चीन के शीआन शहर में, चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग के लिए "शीआन विजन" की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी। पिछले दो वर्षों में, बेल्ट एंड रोड के समान निर्माण में चीन और मध्य एशियाई देशों के बीच सहयोग मजबूत हुआ है, और विभिन्न क्षेत्रों में यह सहयोग सक्रियता से बढ़ रहा है। चीन-मध्य एशिया व्यवस्था का ढांचा मूल रूप से निर्मित हो चुका है, और पहले शिखर सम्मेलन में मिली सहमतियों का व्यापक कार्यान्वयन हुआ है। हमारे बीच सहयोग का मार्ग और व्यापक होता जा रहा है, और दोस्ती का फूल और भी शानदार ढंग से खिल रहा है।
शी चिनफिंग ने आगे कहा कि लंबे समय के कार्यान्वयन में हमने "आपसी सम्मान, आपसी विश्वास, आपसी लाभ, आपसी सहायता और उच्च गुणवत्ता वाले विकास से आम आधुनिकीकरण को बढ़ाने" की "चीन-मध्य एशिया भावना" का पता लगाया है। हमें इस भावना का विकास करना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अब सदी का अभूतपूर्व परिवर्तन तेजी से हो रहा है। दुनिया अशांत परिवर्तन के नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। निष्पक्षता और न्याय तथा आपसी लाभ और समान जीत पर कायम रहते हुए, हम विश्व शांति की रक्षा और समान विकास कर सकेंगे। टैरिफ युद्ध और व्यापार युद्ध में कोई विजेता नहीं होता। एकतरफावाद, संरक्षणवाद और प्रभुत्वावाद दूसरों को और स्वयं को नुकसान पहुंचाते हैं। हमें "चीन-मध्य एशिया भावना" के अनुसार अधिक सक्रिय रवैया और व्यवहारिक कदम से सहयोग मजबूत करना चाहिए, ताकि बेल्ट एंड रोड का उच्च गुणवत्ता वाला विकास बढ़ सके।
अंत में, शी चिनफिंग ने कहा कि चीन चीनी शैली वाले आधुनिकीकरण से व्यापक रूप से मजबूत देश का निर्माण और राष्ट्रीय पुनरुत्थान बढ़ा रहा है। चाहे अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में कितना भी बड़ा परिवर्तन क्यों न आए, चीन का खुलापन अविचल रहेगा। चीन मध्य एशियाई देशों के साथ उच्च गुणवत्ता वाला सहयोग करना चाहता है, हितों का एकीकरण बढ़ाना चाहता है और समान विकास करना चाहता है, ताकि चीन-मध्य एशिया सहयोग में नई उपलब्धियां मिल सकें।
शिखर सम्मेलन के दौरान, शी चिनफिंग ने पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपतियों के साथ "दूसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन का अस्ताना घोषणा पत्र" और "चीन व कजाकिस्तान, किर्गिजस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के बीच स्थायी अच्छे पड़ोसियों जैसी मित्रता और सहयोग समझौता" संपन्न किया।
सभी पक्षों ने निर्णय लिया कि वर्ष 2027 में चीन तीसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)