क्या शिरडी के साई बाबा मंदिर में दर्शन के नियम बदले गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- साई बाबा मंदिर में 'ब्रेक दर्शन' की नई व्यवस्था शुरू की गई है।
- वीआईपी और वीवीआईपी भक्तों के लिए अलग समय निर्धारित किया गया है।
- सामान्य भक्तों को भी इस नई व्यवस्था का लाभ मिलेगा।
- दर्शन के लिए प्रतीक्षा समय में कमी आने की संभावना है।
- इस निर्णय से भक्तों की संतुष्टि बढ़ेगी।
शिरडी, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के शिरडी में साई बाबा के दरबार में भक्तों की तादाद हमेशा रहती है। हर दिन देश-विदेश से हजारों लोग इस पवित्र स्थान पर आते हैं। भक्तों की सुविधा के लिए साई संस्था ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब साई मंदिर में 'ब्रेक दर्शन' की व्यवस्था शुरू की जा रही है, जिसका लाभ सामान्य दर्शन की लाइन में खड़े भक्तों को मिलेगा।
साई बाबा संस्थान ने भक्तों में सही व्यवस्था स्थापित करने के लिए 'ब्रेक दर्शन' की शुरुआत का निर्णय लिया है। इसमें वीआईपी और वीवीआईपी भक्तों के लिए दर्शन का समय निर्धारित किया गया है। वर्तमान में श्री साईबाबा संस्थान ट्रस्ट के सीईओ, गोरक्ष गाडीलकर ने इस फैसले की जानकारी दी।
गोरक्ष गाडीलकर ने बताया कि साई मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों में वीआईपी भी शामिल होते हैं। वीआईपी भक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्था दिनभर उपलब्ध रहेगी। सामान्य दर्शन की लाइन को रोकना मजबूरी बन गई है, जिससे भक्तों को २-३ घंटे तक इंतज़ार करना पड़ता है। इस कारण वीआईपी भक्त भी सही से दर्शन नहीं कर पाते हैं।
उन्होंने कहा, "इसलिए वीआईपी भक्तों के लिए 'ब्रेक दर्शन' की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। यह सुबह ९ बजे से १० बजे तक, दोपहर २:३० बजे से ३:३० बजे तक और रात ८ बजे से ८:३० बजे तक उपलब्ध होगा। इस दौरान सामान्य दर्शन की लाइन जारी रहेगी।"
गोरक्ष गाडीलकर ने बताया कि वीवीआईपी और दान करने वाले भक्तों के लिए भी अलग व्यवस्था की गई है। इन भक्तों को 'ब्रेक दर्शन' से छूट प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा, "भक्तों की मांग थी कि सामान्य दर्शन की लाइन में २-३ घंटे इंतज़ार करने के बाद भी दर्शन ठीक से नहीं होते। यह स्थिति अस्वीकार्य है। 'ब्रेक दर्शन' के फैसले से सामान्य लाइन में लगे भक्तों और वीआईपी भक्तों को भी लाभ होगा।