क्या शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत की?

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क्या शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत की?

सारांश

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की वकालत की है। उनका कहना है कि बार-बार चुनाव देश के विकास में बाधा डालते हैं। जानिए इस पर उनका क्या कहना है और किस तरह से यह प्रस्ताव देश के लिए लाभकारी हो सकता है।

Key Takeaways

  • शिवराज सिंह चौहान का प्रस्ताव देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
  • बार-बार चुनावों से विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
  • कृषि उपकरणों पर जीएसटी में कमी एक बड़ा कदम है।
  • सतना में खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
  • किसानों की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाएगा।

सतना, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सतना का दौरा किया। इस दौरान, उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन पर अपने विचार साझा किए और लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की वकालत की।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बार-बार होने वाले चुनाव देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा बनते हैं। चुनावों के कारण आचार संहिता लागू होती है, विकास कार्य प्रभावित होते हैं, अनावश्यक धन खर्च होता है और पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। अपने विचार में, उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव जीतने के लिए कई बार ऐसी घोषणाएं की जाती हैं जो व्यावहारिक नहीं होती हैं। इस संदर्भ में, उन्होंने संविधान में संशोधन करके लोकसभा और विधानसभा चुनावों को संगठित करने की सिफारिश की।

इस अवसर पर, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। हमारे लिए देशहित सर्वोपरि है। कृषि उपकरणों पर जीएसटी कम करने को उन्होंने क्रांतिकारी निर्णय बताया।

केंद्रीय मंत्री ने सतना में खाद की बढ़ती मांग पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बारिश अच्छी होने और धान की बोवनी बढ़ने से यूरिया की आवश्यकता अधिक हो गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगी। वर्तमान में, सतना जिले में 1500 मीट्रिक टन खाद की रैक पहुँच चुकी है और जरूरत के अनुसार आपूर्ति बढ़ाई जाएगी। इस बार बारिश अच्छी हुई है, और किसानों की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाएगा।

अपने दौरे के दौरान, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के घर जाकर शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने बताया कि उनके सुरक्षा में रहने वाले साथी के बेटे का 15 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने कहा, "जो साथी और कार्यकर्ता बिछड़ गए हैं, वे परिवार के सदस्य थे, इसलिए उनसे मिलने आया हूँ। मेरे मित्र का स्वर्गवास हो गया था, उनके घर संवेदना प्रकट करने गया।"

Point of View

लेकिन इसे लागू करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इस पर विचार करने की आवश्यकता है कि क्या यह तर्कसंगत और व्यावहारिक है।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

शिवराज सिंह चौहान ने किस विषय पर बात की?
उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन पर बात की और लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की वकालत की।
चुनावों के बार-बार होने से क्या समस्याएँ होती हैं?
बार-बार चुनाव होने से विकास कार्य प्रभावित होते हैं, अनावश्यक खर्च होता है, और पर्यावरण प्रदूषित होता है।
किसान और कृषि उपकरणों पर क्या निर्णय लिया गया?
कृषि उपकरणों पर जीएसटी कम करने का निर्णय लिया गया है, जिसे क्रांतिकारी बताया गया।