क्या शुभांशु शुक्ला की वतन वापसी पर माता-पिता की खुशी का पल अद्वितीय है?

सारांश
Key Takeaways
- ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की वापसी परिवार के लिए खुशी का पल है।
- गगनयान मिशन 2027 में मानव को भेजने की योजना है।
- पीएम मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में काम करने की बात की।
लखनऊ, १५ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस सप्ताह भारत लौट रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि शुभांशु शुक्ला भारत आने के बाद पीएम मोदी से मिल सकते हैं, और फिर अपने परिवार के पास लखनऊ जाएंगे।
शुभांशु शुक्ला की भारत वापसी पर उनके परिवार में उत्साह का माहौल है। उनके पिता शंभु दयाल शुक्ला ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे बेहद खुशी है कि मेरा बेटा अपने मिशन में सफलता के साथ लौट रहा है। हम जल्द से जल्द उससे मिलने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। यह हमारे जीवन का एक यादगार पल है।"
उन्होंने आगे कहा कि गगनयान मिशन के लिए पीएम मोदी पहले ही शुभांशु को संकेत दे चुके हैं। गगनयान का मिशन चल रहा है और २०२७ में जाने का उनका विचार है। शुभांशु इस मिशन से पहले से जुड़े हुए थे और अब वे इसे लीड करेंगे।
शुभांशु की माता आशा शुक्ला ने कहा, "हम पिछले एक महीने से इंतजार कर रहे थे कि कब वे भारत वापस आएंगे। अब जब वे आ रहे हैं, तो हमें बहुत खुशी हो रही है।" वे कहाँ रहेंगे, यह इसरो ही बता सकता है। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
लाल किले से राष्ट्र को संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "देश को हमारे अंतरिक्ष क्षेत्र पर गर्व है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन से वापस आ गए हैं और जल्द ही भारत लौटेंगे।"
मोदी ने आगे कहा कि भारत अपने स्वदेशी मानव अंतरिक्ष अभियान गगनयान की तैयारी कर रहा है और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।