क्या हम दोनों भाई हैं? हाईकमान के निर्देश पर शिवकुमार बनेंगे सीएम: सिद्धारमैया

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क्या हम दोनों भाई हैं? हाईकमान के निर्देश पर शिवकुमार बनेंगे सीएम: सिद्धारमैया

सारांश

क्या कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एकजुट हैं? इस ब्रेकफास्ट मीटिंग में उन्होंने हाईकमान के निर्देशों का पालन करने की बात कही। जानिए इस बैठक के प्रमुख मुद्दे और भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में।

Key Takeaways

  • सिद्धारमैया और शिवकुमार की एकजुटता का स्पष्ट संकेत।
  • हाईकमान के निर्णयों का पालन करने की प्रतिबद्धता।
  • आगामी 2028 विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा।
  • भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव का आक्रामक जवाब देने का आश्वासन।

बेंगलुरु, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार सुबह एक ब्रेकफास्ट मीटिंग आयोजित की, जिसमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी शामिल हुए। यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली, जिसके बाद दोनों नेताओं ने मिलकर मीडिया को बताया कि वे पूरी तरह एकजुट हैं और नेतृत्व के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी तथा हाईकमान के निर्णय का पालन करेंगे।

मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “शिवकुमार और मैं भाई जैसे हैं और पार्टी के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। जब भी हाईकमान तय करेगा, शिवकुमार मुख्यमंत्री बनेंगे।”

उन्होंने बताया कि मंगलवार को वह शिवकुमार के घर नाश्ते के लिए पहुंचे। इससे पहले शिवकुमार उनके घर आए थे और उन्होंने नाश्ते का न्योता दिया था। इसी निमंत्रण पर यह बैठक आयोजित की गई।

सिद्धारमैया ने कहा, “हमने पार्टी और सरकार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। 8 दिसंबर से शुरू हो रहे दो हफ्ते के शीतकालीन सत्र की रणनीति पर भी बात की गई। भाजपा अविश्वास प्रस्ताव समेत अन्य मुद्दों की तैयारी कर रही है और हम भी उन्हें आक्रामक तरीके से जवाब देंगे।”

नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर उन्होंने दोहराया कि जो भी फैसला हाईकमान और राहुल गांधी लेंगे, वही माना जाएगा। हमारी एकजुटता केवल आज की बैठक तक सीमित नहीं है, हम हमेशा एकजुट रहे हैं और आगे भी रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हाईकमान से समय मिलने पर मुलाकात करेंगे और बुधवार को मंगलुरु में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद के.सी. वेणुगोपाल के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। जल्द ही कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक भी बुलाकर संयुक्त भोज का आयोजन किया जाएगा।

सिद्धारमैया ने मुस्कुराते हुए बताया, “शिवकुमार के घर गैर–शाकाहारी भोजन तैयार किया गया था। मैं नॉनवेजिटेरियन हूं और वह (शिवकुमार) शाकाहारी हैं। मैंने उनसे गांव से अच्छी देसी नाटी कोली (कुक्कुट) लाने को कहा था, क्योंकि यहां असली देसी नस्ल मिलना मुश्किल है।” शिवकुमार ने व्रत के कारण शाकाहारी भोजन ही किया और इडली–सांबर खाया, जबकि मुख्यमंत्री ने इडली और ‘नाटीकोली सारू’ का स्वाद लिया।

नाश्ते के दौरान शिवकुमार के भाई और पूर्व सांसद डी.के. सुरेश तथा कांग्रेस विधायक एच.डी. रंगनाथ भी मौजूद रहे। सुरेश और रंगनाथ ने मुख्यमंत्री का पैर छूकर स्वागत किया और उन्हें पुष्पगुच्छ तथा शॉल भेंट किया।

शिवकुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज मुख्यमंत्री को अपने आवास पर नाश्ते पर आमंत्रित किया। हमने सुशासन और राज्य के सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।”

बता दें कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अटकलों के बीच यह नाश्ता बैठक राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, लेकिन दोनों नेताओं ने संदेश दिया कि आगामी 2028 के विधानसभा चुनावों सहित सभी मुद्दों पर वे एक साथ काम करेंगे।

Point of View

जो भविष्य में 2028 विधानसभा चुनावों की तैयारी को और भी मजबूत बनाएगा।
NationPress
09/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या इस बैठक का राजनीतिक महत्व है?
हां, यह बैठक कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि दोनों नेता एकजुट हैं।
क्या शिवकुमार सच में मुख्यमंत्री बनेंगे?
हाईकमान के निर्णय पर निर्भर करता है, लेकिन दोनों नेताओं ने अपनी एकजुटता दिखाई है।
इस बैठक में क्या चर्चा हुई?
पार्टी और सरकार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई, साथ ही आगामी शीतकालीन सत्र की रणनीति पर भी बात हुई।
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