क्या उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के 17 लोग ईरान में फंसे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- सिद्धार्थनगर के 17 लोग ईरान में फंसे हैं।
- भारत सरकार ने 'ऑपरेशन सिंधु' शुरू किया है।
- परिवारों में चिंता का माहौल है।
- ईरान में स्थिति अनिश्चित है।
- सरकार को नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।
सिद्धार्थनगर, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश का सिद्धार्थनगर जिला इस समय एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है, जहाँ 17 लोग ईरान में फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने इन नागरिकों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन सिंधु' शुरू किया है। परंतु, उनके परिवार वाले बेहद चिंतित हैं क्योंकि उनके प्रियजन अभी भी ईरान में लौटने में असमर्थ हैं।
जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थनगर के हल्लौर कस्बे के ये 17 लोग धार्मिक शिक्षा और जियारत के लिए ईरान गए थे। लेकिन, ईरान और इजरायल के बीच उत्पन्न संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के रद्द होने के कारण वे वापस नहीं लौट पा रहे हैं। इससे उनके परिवारों की चिंता बढ़ती जा रही है।
परिजनों का कहना है कि भले ही उनके ठहरने वाले स्थानों पर कोई हमला नहीं हुआ है, लेकिन वहां की स्थिति अनिश्चित है।
सिद्धार्थनगर के हसन अब्बास ने बताया कि उनका बेटा ईरान में अध्ययन कर रहा है। उन्होंने मीडिया से कहा, "हम चिंतित हैं क्योंकि वहां युद्ध जैसी स्थिति है। बेटे से बात हुई है और उसने कहा है कि जहाँ वह है, वहाँ हालात सामान्य हैं। लेकिन भविष्य की स्थिति पर कुछ कहा नहीं जा सकता।"
हसन ने सरकार से अपील की है कि बातचीत के माध्यम से इस समस्या का समाधान किया जाए और उनके बच्चों को सुरक्षित वापस लाया जाए।
सिद्धार्थनगर के फजल अब्बास ने बताया कि उनका बड़ा भाई तीन साल से ईरान में है और उसकी भाभी भी वहाँ गई थीं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मामा और उनका परिवार 13 जून को लौटने वाले थे, लेकिन वे अब तक वापस नहीं आ सके हैं।
फजल ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि जितनी जल्दी हो सके, ईरान में फंसे लोगों को सुरक्षित रूप से वापस लाया जाए।