क्या सिंगरौली में दोस्त ही बन गए दोस्त के हत्यारे? 4 गिरफ्तार, प्रेम प्रसंग में हुई थी हत्या

सारांश
Key Takeaways
- दोस्ती का रिश्ता नाजुक होता है।
- प्रेम प्रसंगों से उत्पन्न रंजिशें गंभीर परिणाम ला सकती हैं।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- इस घटना ने रिश्तों की गहराई को समझने का अवसर प्रदान किया।
- समाज में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए जागरूकता जरूरी है।
सिंगरौली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के सिंगरौली में चार दोस्तों ने मिलकर अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। यह हत्या प्रेम प्रसंग और अन्य व्यक्तिगत रंजिशों के चलते हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जब पुष्पेंद्र सुबह घर नहीं पहुंचा, तो उसके परिवार वालों ने उसे फोन किया, लेकिन उसका फोन नहीं लगा। इस पर परिवार वालों ने सरई पुलिस को सूचित किया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी सिंगरौली ने गुरुवार को इस पूरे मामले का खुलासा किया।
पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने बताया कि 7 जुलाई को सरई थाने के गोरा गांव के निवासी पवन कुमार साहू ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि पुष्पेंद्र साहू जो रात का खाना खाकर अपने दूसरे घर पाही पर सोने गया था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा और उसका फोन भी नहीं लग रहा था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। 19 जुलाई को गुमशुदा पुष्पेंद्र साहू का कंकाल उसके दूसरे घर से 4 किलोमीटर दूर एक जंगल के नाले में मिला। डीएनए परीक्षण के बाद यह पुष्टि हो गई कि यह कंकाल पुष्पेंद्र साहू का ही है।
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी और मृतक आपस में दोस्त थे, लेकिन किसी कारणवश मृतक के साथ रंजिश रखते थे। आरोपी रविंद्र का पुष्पेंद्र के घर की एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिससे पूर्व में दोनों में विवाद भी हुआ था। इस वजह से रविंद्र पुष्पेंद्र से रंजिश रखता था।
दूसरी तरफ, पुष्पेंद्र के मामा की बेटी के आत्महत्या मामले में रामकुमार और विजय साहू आरोपी हैं। दोनों का मानना था कि पुष्पेंद्र उस समय अपने मामा की मदद कर रहा था, जिससे वे भी पुष्पेंद्र से रंजिश रखते थे। चौथा आरोपी धीरज साहू की पुष्पेंद्र के साथ अक्सर कहासुनी होती थी। कई बार धीरज ने समझाने की कोशिश की, लेकिन पुष्पेंद्र नहीं माना, जिससे धीरज भी पुष्पेंद्र से रंजिश रखने लगा। यही रंजिश पुष्पेंद्र साहू की हत्या का कारण बनी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रामकुमार साहू और विजय साहू पहले ही विंध्यनगर थाने में दर्ज एक मामले में आईपीसी की धारा 306 में जेल में हैं। बाकी दो आरोपियों, रविंद्र और धीरज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से बाइक, फावड़ा, तीन मोबाइल फोन और अन्य सामग्रियां जब्त कीं।