क्या एसआईपी इनफ्लो नवंबर में 29,000 करोड़ रुपए पार कर गया?

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क्या एसआईपी इनफ्लो नवंबर में 29,000 करोड़ रुपए पार कर गया?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि एसआईपी इनफ्लो ने नवंबर में 29,445 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार किया है? यह लगातार तीसरा महीना है जब एसआईपी का इनफ्लो 29,000 करोड़ के ऊपर रहा है। जानिए इसके पीछे के कारण और बाजार विशेषज्ञों की राय।

Key Takeaways

  • एसआईपी इनफ्लो नवंबर में 29,445 करोड़ रुपए रहा।
  • नेट इक्विटी इनफ्लो 29,894 करोड़ रुपए पर पहुंचा।
  • इंडस्ट्री का एयूएम 80.80 लाख करोड़ रुपए हुआ।
  • गोल्ड ईटीएफ में निवेश में कमी आई।
  • सेक्टोरल और थीमेटिक फंडों में वृद्धि देखी गई।

मुंबई, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवंबर में एसआईपी इनफ्लो 29,445 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो कि अक्टूबर के इनफ्लो 29,529 करोड़ रुपए से थोड़ा कम है। यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा गुरुवार को साझा की गई।

नवंबर लगातार तीसरा महीना है, जब एसआईपी इनफ्लो 29,000 करोड़ रुपए से ऊपर रहा है। सितंबर में यह 29,361 करोड़ रुपए पर था।

पिछले महीने नेट इक्विटी इनफ्लो में भी सुधार देखा गया है, जो नवंबर में 29,894 करोड़ रुपए रहा, जबकि अक्टूबर में यह 24,671 करोड़ रुपए था।

नवंबर में इंडस्ट्री के एयूएम में तेज वृद्धि हुई है, जो लगभग 93,000 करोड़ रुपए बढ़कर 80.80 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जबकि पिछले महीने यह 79.87 लाख करोड़ रुपए था।

बाजार के विशेषज्ञों का कहना है, "इस महीने का इनफ्लो निवेशकों के जोखिम लेने के सकारात्मक रुख को दर्शाता है, जो घरेलू बाजार में अच्छी तरलता, खुदरा निवेशकों की मजबूत और स्थिर एसआईपी भागीदारी और भारत के मध्यम अवधि के आर्थिक व कॉर्पोरेट आय दृष्टिकोण के प्रति आशावाद से प्रेरित है।"

इक्विटी श्रेणियों में, लार्ज-कैप फंडों ने 1,640 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया, जो अक्टूबर में 972 करोड़ रुपए था।

मिड-कैप फंडों में भी निवेश की रुचि बनी रही, जो अक्टूबर के 3,807 करोड़ रुपए से बढ़कर नवंबर में 4,487 करोड़ रुपए हो गई है।

स्मॉल-कैप फंडों में भी अक्टूबर के 3,476 करोड़ रुपए के विरुद्ध 4,407 करोड़ रुपए से अधिक निवेश किया गया।

हालांकि, गोल्ड ईटीएफ में निवेश में भारी गिरावट आई और यह अक्टूबर के 7,743 करोड़ रुपए से घटकर 3,742 करोड़ रुपए रह गया है।

अन्य ईटीएफ का प्रदर्शन बेहतर रहा, जिनमें निवेश बढ़कर 9,721 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पहले यह 6,182 करोड़ रुपए था।

सेक्टोरल और थीमेटिक फंडों में भी निवेश में तेजी आई और इनमें अक्टूबर के 1,366 करोड़ रुपए के मुकाबले नवंबर में 1,865 करोड़ रुपए का निवेश हुआ।

लिक्विड फंडों से नवंबर में 14,050 करोड़ रुपए का आउटफ्लो देखा गया, लेकिन यह अक्टूबर में हुए 89,375 करोड़ रुपए के भारी आउटफ्लो से काफी कम था।

Point of View

जो निवेशकों के जोखिम लेने की क्षमता और बाजार की मजबूती को दर्शाता है।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

एसआईपी इनफ्लो क्या है?
एसआईपी इनफ्लो वह राशि है जो निवेशक सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं।
नवंबर में एसआईपी इनफ्लो कितना था?
नवंबर में एसआईपी इनफ्लो 29,445 करोड़ रुपए था।
क्यों एसआईपी इनफ्लो में वृद्धि हो रही है?
निवेशकों में आशावाद, घरेलू बाजार में तरलता, और मध्यम अवधि के आर्थिक दृष्टिकोण के कारण एसआईपी इनफ्लो में वृद्धि हो रही है।
क्या मिड-कैप फंडों में निवेश बढ़ा है?
जी हां, मिड-कैप फंडों में निवेश अक्टूबर के 3,807 करोड़ रुपए से बढ़कर नवंबर में 4,487 करोड़ रुपए हो गया है।
गोल्ड ईटीएफ में निवेश में गिरावट क्यों आई?
गोल्ड ईटीएफ में निवेश में गिरावट का कारण बाजार का मनोबल और आर्थिक स्थिति हो सकता है।
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