क्या सीतामढ़ी पूरी दुनिया के नक्शे पर एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनेगा? : दिलीप जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- सीतामढ़ी में मां जानकी मंदिर का शिलान्यास ऐतिहासिक है।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस समारोह का हिस्सा होंगे।
- मंदिर का निर्माण 882 करोड़ रुपए में होगा।
- यह मंदिर मिथिला क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण होगा।
- भविष्य में सीतामढ़ी अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का केंद्र बनेगा।
पटना, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बिहार दौरे पर हैं। इस अवसर पर वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सीतामढ़ी में मां जानकी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। एनडीए नेताओं ने इसे ऐतिहासिक घटना बताया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राष्ट्र प्रेस से साझा किया, "सीतामढ़ी में अद्भुत माहौल है। रात के लगभग 11-12 बजे से लोग मंदिर के आसपास एकत्रित हैं। यहां की जनसंख्या काफी उत्साहित है। इस ऐतिहासिक पल में मां जानकी मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन होगा। भगवान राम के मंदिर के निर्माण के बाद, माता सीता के मंदिर का निर्माण मिथिला वासियों के लिए एक सपना है। सीतामढ़ी के हर घर में जश्न मनाया जा रहा है। भविष्य में सीतामढ़ी पूरी दुनिया के नक्शे पर एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनेगा।"
भाजपा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने कहा, "आज का दिन न केवल बिहार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। भविष्य में इसे स्वर्णीम अक्षरों में लिखा जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जानकी माता मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। यह एक ऐसा क्षण है, जिसका गवाह मिथिला और बिहार का हर निवासी बनेगा।"
भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा, "वर्षों की मेहनत के बाद हमने अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और यह मुद्दा उठाया कि जिस तरह अयोध्या में राम मंदिर का सुंदर निर्माण हुआ है, उसी तरह यहां मां जानकी का मंदिर भी बनना चाहिए। आपने कई मंदिरों का जीर्णोद्धार किया है, इसलिए कृपया बिहार के पुनौरा धाम के मंदिर का भी जीर्णोद्धार करें।"
बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "आज का दिन ऐतिहासिक है। जैसे अयोध्या का महत्व भगवान राम से है, वैसे ही पुनौरा धाम और सीतामढ़ी का महत्व माता सीता से है। मां जानकी मंदिर के निर्माण में 882 करोड़ रुपए खर्च होंगे और इससे मंदिर के साथ-साथ पूरे इलाके का विकास होगा।"