क्या गाजा संकट के कारण स्लोवेनिया ने इजरायल के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है?

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क्या गाजा संकट के कारण स्लोवेनिया ने इजरायल के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है?

सारांश

स्लोवेनिया ने गाजा संकट के चलते इजरायल से हथियारों के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। यह कदम यूरोपीय संघ में अपनी तरह का पहला है, जो गाजा में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर गहरी चिंता को दर्शाता है। क्या यह कदम अन्य देशों के लिए एक मिसाल बनेगा?

Key Takeaways

  • स्लोवेनिया ने गाजा में सैन्य कार्रवाइयों का हवाला देते हुए इजरायल के खिलाफ हथियारों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाया है।
  • यह कदम यूरोपीय संघ में अपनी तरह का पहला है।
  • स्लोवेनिया ने मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है।
  • यह प्रतिबंध एक प्रतीकात्मक कदम है।
  • अन्य यूरोपीय देशों ने भी इजरायल के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं।

नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। स्लोवेनिया ने गाजा में हो रही सैन्य गतिविधियों का हवाला देते हुए इजरायल से किसी भी प्रकार के 'आर्म्स ट्रेड' पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रकार, स्लोवेनिया यूरोपीय संघ का पहला देश बन गया है जिसने गाजा युद्ध को तर्क बताते हुए इजरायल के साथ हथियारों के व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया है।

स्लोवेनिया ने इस निर्णय को "किसी भी यूरोपीय संघ के सदस्य देश द्वारा की गई अपनी तरह की पहली कार्रवाई" करार दिया है। देश ने गाजा में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर बार-बार चिंता प्रकट की है।

एसटीए समाचार एजेंसी के अनुसार, स्लोवेनियाई प्रधानमंत्री रॉबर्ट गोलोब ने बार-बार संकेत दिए हैं कि यदि यूरोपीय संघ एक सामूहिक रुख पर सहमत नहीं होता है, तो स्लोवेनिया स्वतंत्र कार्रवाई करेगा।

एक सरकारी बयान में कहा गया है, "यूरोपीय संघ वर्तमान में आंतरिक मतभेदों के कारण पंगु है, जिससे संयुक्त कार्रवाई असंभव हो गई है। परिणाम दुखद हैं: गाजा में लोग किसी भी प्रकार की मदद, स्वच्छ पानी, भोजन और बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण मर रहे हैं, ये लोग अक्सर मलबे में दबे हुए पाए जाते हैं।"

हालांकि, स्लोवेनिया का इजरायल के साथ हथियारों का लेन-देन बहुत कम है, यह प्रतिबंध एक प्रतीकात्मक कदम है, जिसका उद्देश्य इजरायल की कार्रवाइयों और गाजा में मानवीय संकट के बढ़ते वैश्विक विरोध को दर्शाना है।

यह निर्णय स्लोवेनिया सरकार द्वारा की गई अन्य कार्रवाइयों के बाद आया है, जिसमें जुलाई में दो अति-दक्षिणपंथी इजरायली मंत्रियों को देश में प्रवेश करने से रोकना भी शामिल है। उन पर हिंसा को बढ़ावा देने और फिलिस्तीनियों के खिलाफ "नरसंहार" वाली टिप्पणियाँ करने का आरोप लगाया गया था।

जून 2024 में, स्लोवेनिया की संसद ने फिलिस्तीन को एक संप्रभु राज्य के रूप में मान्यता दी थी, और इस प्रकार ऐसा करने वाले आयरलैंड, नॉर्वे और स्पेन जैसे देशों की सूची में शामिल हो गया।

अन्य यूरोपीय देशों ने भी इजरायल को हथियारों के हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाया है: ब्रिटेन ने पिछले साल कुछ हथियारों के निर्यात को निलंबित कर दिया था, और स्पेन ने अक्टूबर 2023 में हथियारों की बिक्री रोक दी थी। नीदरलैंड ने हथियारों से संबंधित नियंत्रण कड़े कर दिए हैं, जबकि फ्रांस और बेल्जियम में कानूनी चुनौतियाँ जारी हैं।

Point of View

बल्कि अन्य देशों को भी एक संदेश देता है कि मानवाधिकारों का उल्लंघन सहन नहीं किया जाएगा।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

स्लोवेनिया ने इजरायल के खिलाफ ऐसा कदम क्यों उठाया?
स्लोवेनिया ने गाजा में हो रही सैन्य कार्रवाइयों और मानवाधिकार उल्लंघनों के कारण इजरायल के साथ हथियारों के व्यापार पर प्रतिबंध लगाया है।
क्या यह निर्णय अन्य देशों पर भी असर डालेगा?
यह निर्णय अन्य देशों के लिए प्रेरणा बन सकता है और उन्हें भी मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता के लिए प्रेरित कर सकता है।