क्या शशि थरूर को देश के ज्वलंत मुद्दों पर बोलना चाहिए? सुखदेव भगत की राय

सारांश
Key Takeaways
- सुखदेव भगत ने शशि थरूर को ज्वलंत मुद्दों पर बोलने की सलाह दी।
- मणिपुर हिंसा पर चर्चा की कमी को दुखद बताया।
- विदेश नीति पर गंभीर सवाल उठाए।
- आधार को चुनाव प्रक्रिया में उपयोग करने की बात की।
नई दिल्ली, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कांग्रेस नेता शशि थरूर और मोदी सरकार की विदेश नीति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में मणिपुर हिंसा और विदेश नीति की विफलता पर अपनी राय रखी। इसके अलावा, गुजरात में कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व के मुद्दे पर भी टिप्पणी की।
सुखदेव भगत ने शशि थरूर के संदर्भ में कहा कि उनके जैसे विद्वान नेता को देश के ज्वलंत मुद्दों पर बोलना चाहिए, न कि मोदी सरकार की तारीफ में शहनाई बजानी चाहिए।
उन्होंने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय कोई भी देश भारत के साथ नहीं खड़ा हुआ।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब 12 देशों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नागरिक सम्मान दिए और 17 देशों की संसद को उन्होंने संबोधित किया, तब भी कोई भारत के साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ? भगत ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, "मणिपुर आज भी जल रहा है, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही। यह दुखद है।"
शशि थरूर को एक बुद्धिजीवी नेता बताते हुए कहा, "उन्हें अवसरवादी राजनीति से बचना चाहिए। बाढ़ के समय सांप, मैना और बिच्छू एक ही डाल पर बैठ जाते हैं, लेकिन यह अवसरवादिता है, न कि विचारधारा। थरूर से अपेक्षा है कि वो देशहित में सकारात्मक और भविष्योन्मुखी चर्चा करें।"
सुखदेव भगत ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि कोर्ट ने आधार को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने की अनुमति दी है, जो सही है।
उन्होंने सवाल पूछा, "जब बैंक खाते और अन्य सेवाएं आधार से जुड़ी हैं, तो चुनाव प्रक्रिया में आधार का उपयोग क्यों नहीं किया जा सकता? मुझे संदेह है कि चुनाव आयोग सत्ताधारी दल के दबाव में काम कर रहा है। फिर भी उम्मीद करता हूं कि आयोग निष्पक्ष रहेगा, किसी भी राजनीतिक दल का खिलौना नहीं बनेगा और प्रगतिशील सोच के साथ काम करेगा।"