क्या दोषी पाए जाने पर जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहेगा आतंकी?
सारांश
Key Takeaways
- नवीद अकरम पर 59 आरोप लगाए गए हैं।
- साजिद अकरम इस हमले में मारे गए थे।
- पुलिस ने इसे इस्लामिक स्टेट से प्रेरित हमला बताया।
- हमले में 15 लोग मारे गए।
- पुलिस ने यहूदी समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
सिडनी/कैनबरा, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सिडनी के बोंडी बीच पर आतंकी हमले का आरोपी नवीद अकरम अगर दोषी करार दिया गया, तो वह अपनी पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे बिता सकता है। यह बयान ऑस्ट्रेलियाई फेडरल पुलिस कमिश्नर क्रिसी बैरेट ने बुधवार को दिया। उन्होंने कहा कि यदि अकरम को हमले के लिए दोषी पाया गया, तो उसे आजीवन कारावास की सजा मिल सकती है।
अकरम, जो रविवार को हमले के दौरान गंभीर रूप से घायल हुआ था, मंगलवार को कोमा से बाहर आया। बुधवार को उसे आतंकवादी कृत्य करने और हत्या के आरोप में 59 मामलों का सामना करना पड़ा है। उसके पिता, साजिद, इस हमले के दौरान मारे गए थे।
बैरेट ने कहा कि नरसंहार की जांच जारी है और उन्होंने यहूदी समुदाय को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा, "हमें कोई खतरा नहीं है।"
उन्होंने कहा, "सिडनी में छाया दुख का बोझ अत्यधिक है और इससे बचना वाकई कठिन है। यह यहूदी समुदाय के खिलाफ किए गए नफरत भरे कृत्य की याद दिलाता है। एएफपी कमिश्नर के रूप में, मैं यहूदी ऑस्ट्रेलियाई लोगों को यह बताना चाहूंगी कि आप इस दुख को अकेले नहीं झेलते। हम सभी आपके साथ हैं।"
एबीसी न्यूज के अनुसार, क्रिसी बैरेट ने कहा कि "महत्वपूर्ण डिजिटल सामग्री" की फोरेंसिक जांच चल रही है, और उसी आधार पर आगे सर्च वारंट जारी किए जाएंगे।
ज्ञात हो कि 14 दिसंबर 2025 को हनुक्का उत्सव के दौरान आतंकी हमला हुआ। दो बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर 15 लोगों को मार डाला और इस दौरान दर्जनों लोग घायल भी हुए। पुलिस ने इसे इस्लामिक स्टेट से प्रेरित आतंकी हमला बताया। आरोपी नवेद अकरम (24 वर्ष) अस्पताल में पुलिस हिरासत में है, जबकि उसका पिता साजिद अकरम मौके पर पुलिस की गोली से मारा गया। यह घटना ऑस्ट्रेलियाई यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर की गई थी, जिसकी विश्व स्तर पर निंदा की गई है।