क्या 'द ताज स्टोरी' ने दर्शकों का दिल जीता? जानिए पब्लिक रिव्यू
सारांश
Key Takeaways
- ताजमहल का महत्व दर्शाती है।
- फिल्म में मजबूत तथ्य और प्रमाण हैं।
- अभिनय में परेश रावल की तारीफ।
- इतिहास के अनछुए पहलुओं को उजागर करती है।
- दर्शकों की पॉजिटिव प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तुषार अमरीश गोयल की फिल्म 'द ताज स्टोरी' शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। इस फिल्म में परेश रावल, ज़ाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, नमित दास और स्नेहा वाघ मुख्य भूमिकाओं में हैं। रिलीज के पहले दिन दर्शकों की प्रतिक्रिया बेहद पॉजिटिव रही।
एक दर्शक ने राष्ट्र प्रेस से साझा करते हुए कहा कि यह फिल्म बहुत ही स्वच्छ और अद्भुत तरीके से बनाई गई है। उन्होंने बताया कि फिल्म में प्रदर्शित तथ्य और प्रमाण बहुत मजबूत हैं, और इसमें कोई विवादास्पद सामग्री नहीं है।
उनका मानना है कि यह फिल्म सिर्फ भारतीय दर्शकों के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में देखी जानी चाहिए, क्योंकि ताजमहल विश्व के सात अजूबों में से एक है और इसके इतिहास को जानना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने परेश रावल की अभिनय क्षमता की भी सराहना की।
एक महिला दर्शक ने भी फिल्म की तारीफ की और कहा कि यह फिल्म बहुत अच्छी और सच्ची जानकारी पर आधारित है। पहले न्यूज में थोड़ा बहुत सुना था, लेकिन फिल्म देखने के बाद इतिहास के कई पहलू सामने आए। उन्होंने कहा कि फिल्म में जो फैक्ट्स दिखाए गए हैं, वह सच हैं और इसे हर किसी को देखना चाहिए। उन्होंने फिल्म को चार स्टार रेटिंग भी दी।
एक अन्य दर्शक ने कहा कि फिल्म बहुत अलग और दमदार है। उन्होंने बताया कि यह फिल्म बहुत इंटरेस्टिंग और ध्यान आकर्षित करने वाली है। फिल्म लगभग तीन घंटे की होने के बावजूद समय का पता ही नहीं चलता। उन्होंने कहा कि फिल्म हमें यह दिखाती है कि हम अपने इतिहास के कितने पहलुओं को नज़रअंदाज़ कर चुके हैं। इस फिल्म में अभिनय, डायलॉग और स्क्रिप्ट सब कुछ बहुत बढ़िया है।
दर्शकों ने विशेष रूप से परेश रावल, ज़ाकिर हुसैन और नमित दास की एक्टिंग की तारीफ की। उन्होंने बताया कि निर्देशक तुषार गोयल ने फिल्म को बहुत ही ब्रिलिएंट तरीके से प्रस्तुत किया है। उनकी सोच और फिल्म बनाने का तरीका काफी अच्छा है।