क्या तमिलनाडु के शिवगंगा में पुलिस हिरासत में युवक की मौत ने बवाल मचाया?

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला गंभीर है।
- परिजनों ने न्याय की मांग की है।
- स्थानीय व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
- प्रशासन ने स्थिति पर नज़र रखी है।
- जांच की प्रक्रिया जारी है।
शिवगंगा, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले ने भारी तनाव पैदा कर दिया है। मृतक की पहचान अजीत के रूप में हुई है, जो थिरुपुवनम के निकट स्थित मड़प्पुरम भद्रकाली मंदिर में कांट्रैक्ट पर सुरक्षा गार्ड के रूप में काम कर रहा था।
जानकारियों के अनुसार, मंदिर के पास हुई एक आभूषण चोरी की शिकायत के सिलसिले में अजीत को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। परिजनों का आरोप है कि इसी पूछताछ के दौरान अजीत की मृत्यु हो गई।
इस घटना के बाद अजीत के परिजनों और रिश्तेदारों ने रातभर धरना-प्रदर्शन किया। इसके अगले दिन, मड़प्पुरम क्षेत्र के स्थानीय व्यापारियों ने मंदिर के आस-पास की दुकानों को बंद कर विरोध प्रदर्शित किया।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों को केवल स्थानांतरित करने के बजाय गिरफ्तार किया जाए और अजीत के परिवार को उचित सरकारी मुआवजा मिले।
इस मामले में विवाद तब बढ़ गया जब अजीत के परिजनों को न्यायिक जांच के लिए ले जाने में जिस वाहन का उपयोग किया गया, उस पर सत्ताधारी डीएमके पार्टी का झंडा लगा हुआ था। इस पर विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने तीख़ी आपत्ति जताई।
आलोचना के बाद पुलिस ने परिजनों को सरकारी वाहन में स्थानांतरित किया, लेकिन तब तक मामला गर्म हो चुका था और अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
इसी बीच, अजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल भेजा गया है। प्रशासन स्थिति पर नज़र रख रहा है और मामले की जांच की जा रही है।