क्या तमिलनाडु पुलिस ने 15 करोड़ के गांजे को जलाकर किया नष्ट?

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क्या तमिलनाडु पुलिस ने 15 करोड़ के गांजे को जलाकर किया नष्ट?

सारांश

तमिलनाडु पुलिस ने हाल ही में 15 करोड़ रुपये के गांजे को जलाकर नष्ट किया। यह कार्रवाई मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। जानिए इस कार्रवाई के पीछे का उद्देश्य और पुलिस की योजना क्या है।

Key Takeaways

  • तमिलनाडु पुलिस ने 3,000 किलोग्राम गांजा जलाया।
  • इस गांजे की अनुमानित कीमत 15 करोड़ रुपये है।
  • पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है।
  • यह कार्रवाई पर्यावरणीय नियमों का पालन करते हुए की गई।
  • अगले दिनों में और कठोर कदम उठाए जाने की संभावना है।

तिरुनेलवेली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे मादक पदार्थ विरोधी अभियान के तहत पिछले तीन दिनों में लगभग 3,000 किलोग्राम गांजा को आग के हवाले कर दिया गया, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है।

गुरुवार को, तिरुनेलवेली जिले के नंगुनेरी के पास पोत्तैयाडी गांव में स्थित एक निजी बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी में 2,000 किलोग्राम गांजा जलाया गया। यह गांजा मदुरै और विरुधुनगर जिलों से जब्त किया गया था। इस गांजे की भारी खेप की बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये थी।

इस अवसर पर मदुरै रेंज के डीआईजी अभिनव कुमार, नेल्लई डीआईजी संतोष हातिमणि और मदुरै एसपी अरविंद की उपस्थिति में गांजा को जलाया गया। अधिकारियों ने इस कार्रवाई को ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया।

इससे पहले दो दिन पहले, मदुरै जिले के विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में जब्त किए गए लगभग 975 किलोग्राम गांजा को भी इसी तरह आग में जलाकर नष्ट किया गया था।

तमिलनाडु पुलिस इस समय ड्रग्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर सख्त कदम उठा रही है। गांजा समेत अन्य मादक पदार्थों के खिलाफ इस अभियान के तहत पुलिस न केवल तस्करों को पकड़ रही है, बल्कि जब्त किए गए मादक पदार्थों को कानूनी प्रक्रिया के तहत नष्ट भी कर रही है।

पुलिस का कहना है कि गांजे की तस्करी और बिक्री को रोकना एक आवश्यक कदम है। इससे तस्करों के हौसले कम होंगे और युवाओं को इस बुरी लत से बचाने में मदद मिलेगी।

अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए गांजे को नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पर्यावरणीय नियमों का पालन करते हुए की गई। विशेष रूप से अधिक तापमान वाले इंसीनरेटर मशीन का उपयोग कर इन नशीली चीजों को जलाया गया, जिससे हवा में प्रदूषण न फैले।

तमिलनाडु पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि राज्य में ड्रग्स के लिए कोई जगह नहीं है। आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जाने की संभावना है।

अब तक की कुल कार्रवाई में 3,000 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत 15 करोड़ रुपये आंकी गई है।

Point of View

NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

तमिलनाडु पुलिस ने गांजे को क्यों जलाया?
गांजे को जलाने का उद्देश्य तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना और युवाओं को मादक पदार्थों से बचाना है।
इस कार्रवाई का क्या महत्व है?
यह कार्रवाई ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है और इससे समाज में जागरूकता बढ़ेगी।