क्या बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को अपना सीएम मान लिया है?

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क्या बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को अपना सीएम मान लिया है?

सारांश

बिहार की राजनीति में एक नई हलचल, जब राष्ट्रीय जनता दल के नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव को जनता ने अपना सीएम मान लिया है। जानें इस चुनावी माहौल के पीछे की सच्चाई और महागठबंधन की रणनीतियों के बारे में।

Key Takeaways

  • तेजस्वी यादव को बिहार की जनता ने एक नई आशा के रूप में देखा है।
  • महागठबंधन सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
  • मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है।
  • बिहार की राजनीतिक स्थिति महागठबंधन के पक्ष में है।
  • जनता की उम्मीदें विकास और रोजगार पर केंद्रित हैं।

पटना, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता मृत्युंजय तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को अपना सीएम मान लिया है।

उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि आज की तारीख में बिहार की जनता तेजस्वी यादव को उम्मीद और आशा की किरण के रूप में देख रही है। लोगों को इस बात का एहसास हो चुका है कि अगर कोई उनकी अपेक्षाओं को पूरा कर सकता है, तो वो केवल तेजस्वी यादव ही हैं।

उन्होंने कहा कि महागठबंधन प्रदेश की सभी २४३ सीटों पर बहुत ही मजबूती के साथ चुनाव लड़ने जा रहा है। विधानसभा की हर सीट की राजनीतिक स्थिति हमारे पक्ष में है। बिहार की जनता इस बार तेजस्वी यादव के नाम पर वोट करने जा रही है। इसके अलावा, मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। उन्हें भी प्रदेश की जनता उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। हमें उनसे पूरी उम्मीद है कि वो आने वाले दिनों में अपने पिछड़े समाज की आवाज को बुलंद करेंगे, क्योंकि वो खुद पिछड़े समाज से आते हैं।

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि जो लोग भी अल्पसंख्यक समुदाय का राग अलाप रहे हैं, ऐसे लोगों से मैं पूछना चाहता हूं कि इन लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले कितने ही लोगों को टिकट दिया है। इन लोगों की राजनीतिक संवेदनहीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन्होंने शाहनवाज हुसैन जैसे नेता को भी टिकट से वंचित कर दिया। ऐसी स्थिति में मैं इन लोगों को अपनी तरफ से यही सुझाव देना चाहूंगा कि मेहरबानी करके अल्पसंख्यकों के नाम का राग नहीं अलापे। ऐसा करके इन्हें निश्चित तौर पर कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी बिहार की जनता से छलावा किया है, ऐसे लोगों को बिहार की जनता खोज रही है। इन लोगों ने बिहार के साथ धोखा किया। इन्होंने फैक्ट्री गुजरात में लगाई और जीत की उम्मीद बिहार में कर रहे हैं। क्या इस तरह के दोहरे पैमाने को किसी भी स्थिति में स्वीकार किया जा सकता है? निश्चित तौर पर नहीं किया जा सकता है।

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि शुक्रवार से तेजस्वी यादव ने बिहार में चुनाव अभियान का आगाज कर दिया है। वो जनता से संवाद स्थापित कर रहे हैं। बिहार की मौजूदा स्थिति से यह साफ जाहिर हो रहा है कि इस बार प्रदेश के लोग तेजस्वी यादव के साथ हैं। इस बार महागठबंधन की जीत के रूप में बिहार में जनता की सरकार बनेगी, जहां पर तेजस्वी यादव जनता की सेवा करेंगे। लोगों के हितों से जुड़े मुद्दे हमारी प्राथमिकता की सूची में रहेंगे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव की छवि एक नई उम्मीद के रूप में उभर रही है। महागठबंधन की चुनावी रणनीति और जनता की प्रतिक्रियाएं इस बार के चुनाव को महत्वपूर्ण बना रही हैं।
NationPress
24/10/2025

Frequently Asked Questions

तेजस्वी यादव कौन हैं?
तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल के नेता हैं और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं।
महागठबंधन का क्या मतलब है?
महागठबंधन विभिन्न राजनीतिक दलों का एक समूह है जो एक साथ मिलकर चुनाव लड़ता है।
बिहार में आगामी चुनाव कब हैं?
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखें अभी घोषित की जानी हैं।
क्या मुकेश सहनी डिप्टी सीएम बन सकते हैं?
यदि महागठबंधन जीतता है, तो मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है।
बिहार की जनता की अपेक्षाएँ क्या हैं?
बिहार की जनता विकास, रोजगार और समाजिक न्याय की अपेक्षा कर रही है।