क्या भाजपा लोकतंत्र की जननी बिहार से लोकतांत्रिक व्यवस्था समाप्त करना चाहती है? : तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा पर वोटिंग में धांधली के आरोप।
- तेजस्वी यादव का बिहार में अपराध की स्थिति पर चिंता।
- नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल उठाना।
- बिहार को ओरिजिनल सीएम की आवश्यकता।
- लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का आह्वान।
पटना, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को यहां वोटर अधिकार यात्रा के समापन के अवसर पर पटना के डाक बंगला चौराहे पर जनता को संबोधित करते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग के सहयोग से मतदान में धांधली करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है, लेकिन भाजपा यहां से लोकतंत्र को समाप्त करने की योजना बना रही है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एनडीए की डबल इंजन सरकार के दावे पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में एक इंजन अपराध में और दूसरा भ्रष्टाचार में लगा है। फर्जी वोटिंग की गतिविधियाँ भी बड़े ही चतुराई से की जा रही हैं।
लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में गड़बड़ी करने वालों को सख्त जवाब देना है। तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इतनी बार अपनी नीतियाँ बदल ली हैं कि वह अब भ्रमित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की स्थिति चिंताजनक हो गई है और हमें इस सरकार को हटाने का काम करना होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश को नैतिक भ्रष्टाचार का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के एक इंजीनियर के घर से 100 करोड़ रुपए की राशि जब्त की गई है। उन्होंने नीतीश सरकार को नकलची सरकार करार देते हुए कहा कि जो बातें हम कह रहे हैं, वही बातें यह सरकार भी कर रही है। हमने कहा कि हम पेंशन बढ़ाएंगे तो यह सरकार भी वही वादा कर रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सरकार हमारी नीतियों की नकल तो कर सकती है, लेकिन विजन नहीं ला सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार को डुप्लीकेट नहीं, बल्कि ओरिजिनल सीएम की आवश्यकता है।