क्या तेजस्वी यादव का गोपालगंज में भव्य स्वागत उनकी राजनीतिक ताकत को दर्शाता है?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का चुनावी वादा: जनता का कर्ज सूद समेत लौटाना।
- महंगाई और बेरोजगारी पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
- महिला सुरक्षा और सम्मान को प्राथमिकता देने का आश्वासन।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का इरादा।
- बिहार के विकास की नई गाथा लिखने का संकल्प।
गोपालगंज, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का रविवार को गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर प्रखंड के महारानी गांव में भव्य स्वागत किया गया। वे बहन सम्मान कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे, जहां सैकड़ों महिलाओं ने उन्हें राखी बांधकर आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा, "यह बहनों का प्यार और आशीर्वाद ही है, जो मुझे जनता की सेवा करने की ताकत देता है। जनता का कर्ज सूद समेत लौटाऊंगा।"
कार्यक्रम के बाद तेजस्वी यादव ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। भोजपुरी में अपनी बात रखते हुए उन्होंने जनता से भावनात्मक जुड़ाव स्थापित किया।
उन्होंने अपनी पिछली सरकार के 17 महीनों के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान हमने पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का काम किया।
उन्होंने कहा, "महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ रही है। गरीब की थाली से दाल और सब्जी गायब हो गई है, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं। आज आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है।"
उन्होंने बेरोजगारी को बिहार की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि अगर जनता उन्हें एक बार फिर मौका देती है तो वे बिहार को रोजगार और न्याय के रास्ते पर आगे ले जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि अफसरों की अफसरशाही और दफ्तरों की भ्रष्ट-शाही से पूरा बिहार परेशान है। भाजपा-नीतीश सरकार में हर सरकारी काम के लिए रिश्वत देना अनिवार्य हो गया है, लेकिन अब यह नीति अब नहीं चलेगी। बिहार की जनता अब अपनी सरकार बनाएगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की बच्चियां भी जानती हैं कि भाजपा और नीतीश सरकार उन्हें सुरक्षा और अच्छी शिक्षा व्यवस्था देने के काबिल नहीं है। अब उनसे कुछ भी उम्मीद रखना बेकार है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में हमारी सरकार बनने के बाद महिला सुरक्षा और सम्मान हमारी प्राथमिकता होगी। हम बिहार के हर वर्ग को साथ लेकर चलेंगे और विकास की नई गाथा लिखेंगे।