क्या उपराष्ट्रपति निष्पक्षता से पक्ष और विपक्ष के साथ चलेंगे? तेजस्वी यादव का बयान
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने उपराष्ट्रपति को शुभकामनाएं दी हैं।
- उपराष्ट्रपति को निष्पक्षता से कार्य करने की आवश्यकता है।
- माई बहिन मान योजना महिलाओं के लाभ के लिए है।
- क्रॉस वोटिंग का आरोप गलत है।
- राजनीति में संतुलन बनाए रखने का प्रयास।
पटना, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति के चुनाव में जीत पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हम नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति को शुभकामनाएं देते हैं। हमारी उम्मीद है कि वे निष्पक्षता से, पक्ष और विपक्ष दोनों को साथ लेकर चलेंगे।
उन्होंने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि उपराष्ट्रपति को संविधान की रक्षा करनी चाहिए और बुक ऑफ लॉ के अनुसार संसद का संचालन करना चाहिए। संसद में जनता की आवाज उठनी चाहिए। विपक्ष जो भी कहता है, वह जनता की आवाज बनकर कहता है और सरकार की कमियों को उजागर करता है। हमें उम्मीद है कि उपराष्ट्रपति पक्षपाती नहीं होंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी ओर से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि हमारे नौ सांसदों ने मजबूती से विपक्ष में वोट दिया है। क्या हुआ है, यह संसद में नेता की बात है।
'माई बहिन मान योजना' के तहत फॉर्म भरवाने पर सत्ता पक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह रोज की बात है। राष्ट्रीय जनता दल के साहसी कार्यकर्ता लोगों के पास जाकर स्वेच्छा से फॉर्म भरवा रहे हैं। सरकार बनते ही हम इस योजना को लागू करेंगे, जिससे महिलाओं को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग बेचैनी में कुछ बयान दे रहे हैं। यदि कोई गैरकानूनी कार्य है तो बताएं? जब हम लोग फॉर्म भरवा रहे हैं और लोग स्वेच्छा से भर रहे हैं, तो इसमें गैरकानूनी क्या है? उन्होंने कहा कि लोग जानते हैं कि जो तेजस्वी कहते हैं, वह करते हैं। ये लोग अभी से ही डर गए हैं, इसलिए कुछ भी बोल रहे हैं।