क्या तेजस्वी यादव को अधिकार नहीं मिलने वाला? : संतोष सिंह

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा' पर सवाल उठाए गए हैं।
- राज्य सरकार के मंत्री ने तेजस्वी के अधिकारों पर गंभीरता से टिप्पणी की।
- बिहार में राजनीतिक अस्थिरता और संघर्ष जारी है।
- प्रधानमंत्री मोदी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का वादा कर रहे हैं।
- बिहार विधानसभा चुनाव में नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।
कैमूर, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा' पर राज्य सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के पास अब कोई काम नहीं रह गया है, इतनी मेहनत करके वह थक चुके हैं और अब 'बिहार अधिकार यात्रा' निकालने का नाटक कर रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत में श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा, "तेजस्वी यादव को न तो कोई अधिकार मिलने वाला है और न ही ताज, बिहार के लोग उन्हें पूरी तरह से नकार चुके हैं। उनका सूपड़ा साफ होने वाला है। बिहार विधानसभा चुनाव में इससे कोई लाभ नहीं होने वाला है।"
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन स्वार्थ का गठबंधन है, जिसमें कोई किसी को नेता नहीं मानता। जब बंटवारे में गड़बड़ होती है, तब यह आपस में लड़ते हैं। तेजस्वी को पता है कि बिहार में कांग्रेस की क्या स्थिति है। यह एक अस्थिर गठबंधन है। बिहार के लोग समझ चुके हैं कि ये लुटेरों का गिरोह है। इससे बचना चाहिए।
पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा की। इस पर मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि जो विकास के प्रति समर्पित हैं, वे ही बिहार के विकास की दिशा में काम कर रहे हैं। चुनावों के करीब, कई नेता विकास के पक्ष में आएंगे।
बिहार के बाद अब पश्चिम बंगाल में एसआईआर की बारी पर उन्होंने कहा कि भारत के हर नागरिक के अधिकार की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी ने ले रखी है। देश को विश्वास है कि जब तक बिहार में नीतीश सरकार और केंद्र में मोदी सरकार है, बिहार के लोग वोट देने से वंचित नहीं रहेंगे।
मंत्री ने कहा कि विपक्षी दल के लोग बाहर के घुसपैठियों को अनधिकृत रूप से बुलाकर वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो बिहार के लोगों का हक छीनने का प्रयास है। बंगाल ही नहीं, कई राज्यों में जहां डेमोग्राफी बदल गई है, यह चिंता का विषय है। इसलिए एसआईआर हर जगह होना चाहिए।