क्या चुनाव आयोग के लगातार बदलते दिशा-निर्देशों से भ्रम की स्थिति है? : तेजस्वी यादव

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क्या चुनाव आयोग के लगातार बदलते दिशा-निर्देशों से भ्रम की स्थिति है? : तेजस्वी यादव

सारांश

तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों में होने वाले बदलावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। उन्होंने मांग की है कि आयोग इस प्रक्रिया को तुरंत रोककर इसे चुनाव के बाद शुरू किया जाए।

Key Takeaways

  • तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों पर सवाल उठाए।
  • मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को चुनाव के बाद शुरू करने की मांग की गई।
  • राजेश राम ने आयोग के बारे में गंभीर आरोप लगाए।

पटना, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और महागठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख तेजस्वी यादव ने बिहार में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण को लेकर फिर से सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा जारी विज्ञापन और सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में भ्रम की स्थिति बन गई है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि आयोग के अपने ही आदेशों में विरोधाभास है।

तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग को स्पष्ट आदेश या अधिसूचना जारी करनी चाहिए। महागठबंधन की संयुक्त प्रेस वार्ता में उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि क्या अब संवैधानिक संस्थाओं के लिए विज्ञापन और सोशल मीडिया पोस्ट ही नीति निर्धारण का माध्यम बन गए हैं। तेजस्वी ने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर एक फॉर्म में आधार कार्ड के समावेश पर भी सवाल खड़े किए।

तेजस्वी ने बिहार से बाहर नौकरी कर रहे लोगों की मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर भी चिंता जताई। क्या उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाना ही एकमात्र विकल्प है? ऐसे लोगों की संख्या लगभग चार करोड़ है। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया को तुरंत बंद करने की मांग की, ताकि लोकतंत्र की गरिमा और जनता का विश्वास बना रहे। इस मुद्दे पर कोर्ट भी जाने की बात कही गई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने भी चुनाव आयोग के भ्रमित होने की बात कही, उनका कहना है कि आयोग किसी दबाव में निष्पक्ष निर्णय नहीं ले पा रहा है, इस कारण बार-बार आदेश बदल रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब 25 जनवरी 2025 को मतदाता सूची को अंतिम रूप दिया गया था, तो अब उसे क्यों नकारा जा रहा है?

राजेश राम ने कहा कि ट्रेड यूनियन द्वारा 9 जुलाई को प्रस्तावित भारत बंद का महागठबंधन के सभी घटक दल समर्थन कर रहे हैं। पूरे बिहार में 'चक्का जाम' होगा और घटक दलों के प्रमुख नेता राजधानी पटना में सड़कों पर उतरेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस बंद में शामिल होने पटना आ रहे हैं। पटना में एक विरोध मार्च निकालने की योजना है।

महागठबंधन ने चुनाव आयोग से विधानसभा वार प्रति दिन का डेटा सार्वजनिक करने की मांग की है, जिससे मतदाता पुनरीक्षण में पारदर्शिता बनी रहे। इस प्रेस वार्ता में राजद के संजय यादव, प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बिहार कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारु और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी उपस्थित रहे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि चुनाव आयोग को अपनी प्रक्रिया में पारदर्शिता लानी होगी। इससे न केवल जनता का विश्वास कायम होगा, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती भी सुनिश्चित होगी। इस समय आयोग की जिम्मेदारी है कि वे सभी पक्षों को सुनें और निष्पक्ष निर्णय लें।
NationPress
04/09/2025

Frequently Asked Questions

तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर क्या आरोप लगाए?
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों में विरोधाभास है और इससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को लेकर तेजस्वी ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को तुरंत रोकने की आवश्यकता है और इसे चुनाव के बाद शुरू किया जाना चाहिए।
राजेश राम ने चुनाव आयोग के बारे में क्या कहा?
राजेश राम ने कहा कि चुनाव आयोग किसी दबाव में निष्पक्ष निर्णय नहीं ले पा रहा है, जिससे आदेश बार-बार बदल रहे हैं।