क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नकल करने में 'नंबर वन' हैं? तेजस्वी यादव का आरोप

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे नकल कर रहे हैं।
- मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर विवाद बढ़ा है।
- बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई गई है।
- तेजस्वी ने रोहिणी आचार्या की कुर्बानी की सराहना की।
- बिहार की जनता को धोखा नहीं दिया जा सकता।
पटना, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आक्रामक रुख अपनाया है।
तेजस्वी ने बयान दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नकल करने में नंबर वन हैं। उन्होंने कहा कि हम पहले से ही जानते थे कि वे हमारी माई बहन मान योजना की नकल करेंगे और अब यह स्पष्ट हो गया है। यह अत्यंत दुखद है कि इस योजना में केंद्र सरकार ने एक पैसा भी नहीं दिया, यह पूरी तरह से राज्य सरकार का धन है।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और एनडीए सरकार माई बहन मान योजना की नकल कर सकते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे यह उधार रूपी 10,000 रुपये वापस लेंगे, यह बिहार की जनता समझती है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि एनडीए के पास अपनी कोई मौलिक सोच या योजना नहीं है। कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए, उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। पत्रकारों की पिटाई और गाली-गलौज की घटनाएं बढ़ रही हैं। अगर यह जंगलराज नहीं है, तो यह क्या है?
सत्तापक्ष पर नकारात्मक राजनीति का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि हम विकास की सोच के साथ बिहार को आगे बढ़ाएंगे। रोहिणी आचार्या को लेकर उन्होंने कहा कि उनकी कुर्बानी की कोई तुलना नहीं हो सकती।
तेजस्वी ने रोहिणी को बड़ी बहन बताते हुए कहा, "उन्होंने मुझे पाला है, पोसा है, बड़ा किया है। उनकी दी गई कुर्बानी की तुलना नहीं हो सकती क्योंकि आज के समय में शायद ही कोई अपने परिवार के किसी सदस्य को किडनी दे। छपरा की जनता चाहती थी कि उन्हें छपरा से टिकट मिले और लालू जी ने उनकी बात सुनकर रोहिणी को टिकट दिया।"
उन्होंने आगे कहा कि रोहिणी की अपनी कोई लालसा कभी भी टिकट पाने में नहीं रही और न ही किसी को दिलाने में।