क्या तेजस्वी यादव 'परिवारवाद के युवराज' हैं, बिहार को कर रहे कलंकित?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव को परिवारवाद का युवराज कहा गया।
- विजय कुमार सिन्हा ने बिहार की संस्कृति की रक्षा पर जोर दिया।
- बिहार में अपराध की स्थिति चिंताजनक है।
- राजनीतिक बयानों का इस्तेमाल चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है।
- बिहार की जनता अब परिवारवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी।
पटना, १४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को राजद नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने तेजस्वी को 'परिवारवाद का युवराज' और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 'वंशवाद का प्रतीक' कहा।
तेजस्वी यादव ने हाल ही में 'सूत्र' के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस पर विजय सिन्हा ने कहा कि इन लोगों ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति से खुद को अलग कर लिया है। उनकी भाषा में अब गुंडई और अराजकता की झलक साफ है।
उन्होंने आगे कहा, "ऐसी मानसिकता के लोग ही बिहार को पहले भी बदनाम करते रहे हैं। तेजस्वी यादव के पिता (लालू प्रसाद यादव) ने भी बिहार को कलंकित किया और अब उनका पुत्र भी उसी दिशा में बढ़ रहा है। लेकिन, बिहार की जनता अपने मान, सम्मान और स्वाभिमान के साथ इस अराजक मानसिकता को पराजित करेगी। हम अपनी विरासत को आगे बढ़ाएंगे और इस तरह की नकारात्मक भाषा और सोच से बिहार को मुक्त करेंगे।"
बिहार की राजधानी पटना में हो रही हत्याओं और आपराधिक घटनाओं पर विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर आरोप लगा रहा है। विजय सिन्हा ने कहा कि विपक्ष अपनी भूमिका निभा रहा है, लेकिन सरकार पूरी तरह सजग है और अपराधियों के मनोबल को तोड़ने में जुटी है। हर आपराधिक घटना पर कार्रवाई हो रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों ने पहले अपराधियों का हौसला बढ़ाया, उनके पाप का फल सरकार भुगत रही है। लेकिन, नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार अपराध और अपराधियों को बख्शने वाली नहीं है।
उन्होंने चेतावनी दी कि चाहे बुलडोजर चलाना पड़े, एनकाउंटर करना पड़े या संपत्ति जब्त करनी पड़े, सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। जो लोग जंगलराज के दौर में अराजकता का संरक्षण करते थे, वे अब भी वही माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम संकल्पित हैं कि बिहार को फिर से उस दौर में नहीं जाने देंगे।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार पर आरोप है कि भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सकती है। इस पर विजय सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस अब नेतृत्वविहीन पार्टी बन चुकी है। वह अपनी कमज़ोरियों, गुटबाजी और विफलताओं को छिपाने के लिए दूसरों पर आरोप लगा रही है।
उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राहुल अब केंद्र में नेता प्रतिपक्ष बन गए हैं, लेकिन उनकी जमीन से कोई जुड़ाव नहीं है। वे सिर्फ परिवारवाद और वंशवाद के प्रतीक हैं। तेजस्वी यादव भी इसी मार्ग पर हैं, वे जंगलराज और भ्रष्टाचार के युवराज हैं। ये लोग राजनीति को परिवार तक सीमित कर आम जनमानस की पीड़ा को नहीं समझ सकते। बिहार की जनता अब ऐसे लोगों को और मौका नहीं देगी।