क्या तेलंगाना सरकार ने रंगारेड्डी हादसे पर विपक्ष को राजनीति करने से रोका?
सारांश
Key Takeaways
- 20 लोगों की जान गई।
- सरकार ने राजनीति करने का आरोप लगाया।
- टिपर चालक की लापरवाही मुख्य कारण।
- सरकार ने सड़क विस्तार कार्य में की गई कोशिशों को बताया।
- दुर्घटना सुबह 6:30 बजे हुई।
हैदराबाद, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना सरकार ने सोमवार को रंगारेड्डी जिले में हुए सड़क हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। इस हादसे में 20 लोगों की मृत्यु हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस दौरान, सरकार ने विपक्ष पर ऐसे संवेदनशील मुद्दे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम की बस में 72 लोग सवार थे, जो तंदूर से हैदराबाद आ रही थी। हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर चेवेल्ला मंडल में मिर्जागुडा के पास हैदराबाद-बीजापुर राजमार्ग पर बजरी से लदे एक टिपर ने बस को टक्कर मार दी। पोन्नम प्रभाकर ने संकेत दिया कि टिपर चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ और कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, तेलंगाना के आईटी और उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने चेवेल्ला बस दुर्घटना स्थल पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि दुर्भाग्यवश, विपक्ष की हर मुद्दे का राजनीकरण करने की आदत बन गई है। इतनी दुखद दुर्घटना के बावजूद इसे राजनीतिक विवाद में बदलने की कोशिश न तो उचित है और न ही नैतिक। मैं इसका निर्णय जनता के विवेक पर छोड़ता हूं। सड़क विस्तार कार्यों के संबंध में राज्य सरकार की ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। तथ्यों को समझे बिना टिप्पणी करना अनुचित है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में याचिकाएं दायर की थीं, जिसके कारण सड़क विस्तार कार्य कई महीनों तक रुका रहा। हालांकि उन्हें इसकी जानकारी है, फिर भी वे अब जानबूझकर सरकार को दोष दे रहे हैं।
मंत्री श्रीधर ने कहा कि राज्य सरकार ने अधिकरण के समक्ष अपनी दलीलें प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कीं, और परिणामस्वरूप, एनजीटी ने हाल ही में एक अनुकूल निर्णय दिया। हमने अब सड़क विस्तार कार्य शुरू कर दिया है, और हम इसे 18 महीनों के भीतर पूरा करने और सड़क को जनता के लिए सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बता दें कि दुर्घटना हैदराबाद-बीजापुर राजमार्ग पर चेवेल्ला मंडल के मिर्जागुडा के पास सुबह करीब 6.30 बजे हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद सारा सामान बस पर गिर जाने से कुछ यात्री कंक्रीट के नीचे दब गए। मृतकों में बस और ट्रक दोनों के चालक शामिल हैं।