क्या थाईलैंड का सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा खत्म नहीं होता?
सारांश
Key Takeaways
- थाईलैंड ने सैन्य ऑपरेशन जारी रखा है।
- कंबोडिया ने थाईलैंड से सैन्य कार्रवाई रोकने की मांग की है।
- सैन्य संघर्ष में नागरिकों की हानि हुई है।
- अमेरिका का दखल स्थिति को और जटिल बना रहा है।
- दोनों देशों के बीच संवाद का अभाव है।
बैंकॉक, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल और कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने शुक्रवार को दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी झड़प के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। हालांकि, ट्रंप के साथ बातचीत के बाद भी दोनों देशों के बीच मामला सुलझता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन ने शनिवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनका देश तब तक अपने सैन्य ऑपरेशन जारी रखेगा, जब तक थाईलैंड के इलाके और लोगों के लिए खतरा खत्म नहीं हो जाता। इसके अलावा, अनुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की पिछली बातों का भी जवाब दिया और कहा, "यह पक्का कोई रोडसाइड एक्सीडेंट नहीं है।"
दरअसल, शुरुआत में कंबोडिया की तरफ से जो हमले किए गए थे, उसमें कई थाई सैनिकों की मौत हो गई थी। इसे अमेरिकी राष्ट्रपति ने रोडसाइड एक्सीडेंट करार देने की कोशिश की थी। हालांकि, ट्रंप ने यह भी कहा था कि थाईलैंड ने "बहुत मजबूती से" जवाब दिया था।
अनुतिन ने आगे कहा, "आज सुबह हमारे एक्शन पहले ही बोल चुके हैं।" एक सैन्य स्रोत का हवाला देते हुए, थाई मीडिया ने शनिवार को बताया कि रॉयल थाई एयर फोर्स ने कंबोडिया बॉर्डर पर टारगेट पर बमबारी करने के लिए दो एफ-16 फाइटर जेट तैनात किए।
दूसरी ओर कंबोडिया के सूचना मंत्री नेथ फेकट्रा ने शनिवार को कहा कि कंबोडिया ने थाईलैंड से कंबोडिया और उसके नागरिकों के रहने वाले इमारतों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तुरंत बंद करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह, थाई सेना ने दो एफ-16 फाइटर जेट का इस्तेमाल करके पुरसैट प्रांत के वील वेंग जिले में थमोर दा चेकपॉइंट पर एक होटल और दो पुलों पर हमला किया। फेकट्रा ने कहा, "थाई सेना ने कंबोडिया के नागरिकों और रिहायशी गांवों को निशाना बनाने और नागरिक इंफ्रास्ट्रक्चर को नष्ट करने के लिए अपने हमले बढ़ा दिए हैं।"
सिन्हुआ के अनुसार, सूचना मंत्री ने आगे कहा कि शुक्रवार तक, थाईलैंड की सैन्य कार्रवाई में 11 नागरिक मारे गए और 59 घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पांच प्रांतों में, 89,687 परिवार बेघर हो गए हैं। इन परिवारों में रहने वाले लोगों की कुल संख्या 303,213 है।
—राष्ट्र प्रेस
केके/डीएससी