क्या टीएमसी 2026 के बंगाल चुनावों के लिए ब्लॉक-स्तरीय अभियान शुरू कर रही है?

सारांश
Key Takeaways
- टीएमसी का विजया सम्मेलन 5 से 12 अक्टूबर तक होगा।
- पार्टी के 50 से अधिक नेता शामिल होंगे।
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चौथी बार चुनावी दौड़ में हैं।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनता से सीधा संवाद करना है।
- आउटरीच कार्यक्रम चुनावी रणनीति का हिस्सा है।
कोलकाता, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में अगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 5 से 12 अक्टूबर तक एक सप्ताह तक चलने वाला राज्यव्यापी आउटरीच कार्यक्रम आरंभ करेगी, जिसमें पूरे बंगाल में ब्लॉक स्तर पर विजया सम्मेलन (दुर्गा पूजा के बाद की सभाएं) आयोजित किए जाएंगे।
इन आउटरीच कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य त्यौहारों के इस मौसम में लोगों के बीच पार्टी का प्रचार करना है।
टीएमसी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी ने पार्टी के नेताओं को इस कार्यक्रम की जानकारी दी है और उन्हें इसमें सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया है।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के 50 से अधिक प्रमुख नेता, जिनमें कुछ सांसद, विधायक, राज्य मंत्री और छात्र नेता शामिल हैं, राज्य के हर ब्लॉक में विजय सम्मेलनों में भाग लेंगे। वे विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों से बातचीत करेंगे और राज्य के प्रशासनिक कार्यों से संबंधित उनकी समस्याओं के बारे में जानेंगे।
पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2026 के विधानसभा चुनावों में चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखती हैं।
एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने कहा, "तृणमूल नेतृत्व इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहता। विजया सम्मेलन के माध्यम से, सत्तारूढ़ दल केंद्र सरकार द्वारा राज्य की उपेक्षा और भाजपा शासित राज्यों में बंगाली श्रमिकों पर हो रहे हमलों को उजागर करेगा, साथ ही ममता बनर्जी सरकार की पिछले 15 वर्षों की उपलब्धियों को भी सामने लाएगा।"
गौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी ने दुर्गा पूजा से पहले तृणमूल जिला नेतृत्व के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं को लोगों तक पहुंचने की सलाह दी थी।
उन्होंने उन क्षेत्रों में अधिक लोगों तक पहुंचने का सुझाव दिया जहां टीएमसी की संगठनात्मक ताकत कमजोर है। माना जा रहा है कि विजया सम्मेलन चुनावों से पहले पार्टी की पहुंच बढ़ाने के लिए एक नया उपाय है।
इस बीच, ममता बनर्जी कोलकाता में इसी प्रकार के कार्यक्रमों में शामिल होने की संभावना है, जिसमें उद्योगपतियों के साथ विशेष बातचीत भी शामिल है।