क्या राजस्थान के टोंक में बस दुर्घटना ने यात्रियों को संकट में डाल दिया?

सारांश
Key Takeaways
- टोंक में एक बस दुर्घटना में 25 यात्री घायल हुए।
- दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार और ओवरटेक था।
- स्थानीय लोगों ने घायलों की मदद की।
- डॉक्टरों ने सभी की हालत को स्थिर बताया।
- पुलिस और एंबुलेंस की देरी पर ग्रामीणों ने विरोध किया।
टोंक, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के टोंक में स्थित नेशनल हाईवे 148डी पर तारण गांव के निकट मंगलवार सुबह एक रोडवेज बस गहरे गड्ढे में पलट गई। इस भयावह हादसे में एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
रोडवेज की यह बस सवाई माधोपुर से टोंक की ओर जा रही थी, जब ओवरटेक करने के प्रयास में चालक ने गति पर नियंत्रण खो दिया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और यात्रियों को बाहर निकालने का कार्य किया।
स्थानीय लोगों ने दुर्घटना की सूचना पुलिस और एंबुलेंस को दी, लेकिन जब तक वे मौके पर पहुंचे, तब तक ग्रामीणों ने खुद घायलों को निकालकर निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया। एंबुलेंस और पुलिस की देरी के कारण ग्रामीणों ने विरोध भी जताया।
घायलों में कई को गंभीर सिर और हड्डियों में चोटें आई हैं, जबकि कुछ को हल्की चोटें आई हैं। सभी घायलों को टोंक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका उपचार जारी है।
कोतवाली थाना प्रभारी भंवर लाल ने बताया कि इस हादसे में कुल 25 लोग घायल हुए हैं। बस सवाई माधोपुर से जयपुर जा रही थी। मामले की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी।
यात्रियों का कहना है कि हाईवे पर बस का नियंत्रण खो गया, जिसके परिणामस्वरूप यह दुर्घटना हुई। बस में लगभग 48 लोग सवार थे। ग्रामीणों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
इस हादसे में घायल यात्रियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कुछ को हल्की तो कुछ को गंभीर चोटें आई हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि सभी की हालत स्थिर है और उनका इलाज जारी है। कुछ यात्रियों को शीघ्र ही घर भेजा जाएगा।