क्या उड़ान योजना के तहत 3.23 लाख उड़ानों के माध्यम से 1.56 करोड़ यात्रियों को सेवा मिल रही है?

सारांश
Key Takeaways
- उड़ान योजना ने 3.23 लाख उड़ानें संचालित की हैं।
- इस योजना के तहत 1.56 करोड़ यात्रियों को सेवा मिली है।
- सरकार ने 4,638 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
- यह योजना हवाई यात्रा को आम नागरिकों के लिए सुलभ बनाती है।
- योजना का उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी साझा की है कि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना ने पिछले नौ वर्षों में 3.23 लाख उड़ानों के माध्यम से 1.56 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवाएं प्रदान की हैं।
इस योजना के तहत, 649 मार्गों की शुरुआत की गई है, जिनमें 15 हेलीपोर्ट और 2 जल हवाई अड्डे शामिल हैं।
इसी बीच, एयरलाइन ऑपरेटरों और क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने 4,300 करोड़ रुपए से अधिक का वितरण किया है और क्षेत्रीय संपर्क योजनाओं (आरसीएस) के तहत हवाई अड्डे के विकास में 4,638 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
मंत्रालय क्षेत्रीय संपर्क योजना की 9वीं वर्षगांठ मना रहा है।
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति के अंतर्गत 21 अक्टूबर, 2016 को आरंभ की गई उड़ान एक परिवर्तनकारी पहल है, जिसका लक्ष्य आम नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को किफायती और सुलभ बनाना है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 27 अप्रैल, 2017 को शिमला और दिल्ली के बीच उद्घाटन की गई पहली उड़ान ने क्षेत्रीय विमानन कनेक्टिविटी में एक नए युग की शुरुआत की।
सचिव ने अप्रैल 2027 के बाद भी इस योजना को जारी रखने की मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसमें पहाड़ी, पूर्वोत्तर और आकांक्षी क्षेत्रों के साथ संपर्क और लगभग 120 नए गंतव्यों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
मंत्रालय ने कहा कि उड़ान केवल एक योजना नहीं है, यह बदलाव का प्रतीक है और हवाई यात्रा को समावेशी, टिकाऊ और हमारी विकास यात्रा का एक अभिन्न अंग बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
--आईएएएस
एमएस/डीकेपी