क्या भाजपा सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने की कोशिश कर रही है?: उदित राज

सारांश
Key Takeaways
- उदित राज ने महाराष्ट्र सरकार को अवैध ठहराया।
- चुनाव आयोग को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है।
- पुलिस प्रशासन को दुष्कर्म मामलों में तत्परता दिखानी चाहिए।
- विपक्ष की आवाज को दबाने से लोकतंत्र कमजोर होता है।
- योगी आदित्यनाथ का बिहार दौरा राजनीतिक प्रभाव का संकेत है।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता उदित राज ने गुरुवार को महाराष्ट्र सरकार को अवैध घोषित किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनावी प्रक्रियाओं में कई प्रकार की विसंगतियां सामने आई थीं और यह कहना उचित है कि वहां धोखे से सरकार बनाई गई है।
उदित राज ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यदि उसी मतदाता सूची के आधार पर चुनाव होते हैं तो यह मतदाताओं के साथ एक छलावा साबित होगा, जिसे एक स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह शीघ्र इस मामले में हस्तक्षेप कर मौजूदा स्थिति को दुरुस्त करे ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गतिरोध नहीं हो।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में हुए दुष्कर्म मामले की निंदा की और कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यदि पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाई है तो यह एक सकारात्मक कदम है, लेकिन मेरा सवाल है कि ओडिशा में इस तरह के मामलों में पुलिस ने तत्परता क्यों नहीं दिखाई।
उन्होंने कहा कि यह साफ जाहिर होता है कि जिन राज्यों में विपक्ष की सरकार है, उन्हें परेशान करने की कोशिश लगातार की जाती है, लेकिन अब इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। विपक्ष की आवाज को दबाकर यह सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने का प्रयास कर रही है, जो कि किसी भी मायने में उचित नहीं है।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका वहां जाना स्वाभाविक है, क्योंकि वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी का प्रभाव राजनीति में नहीं रह गया है। वह समय अब चला गया, जब लोग प्रधानमंत्री से प्रभावित होते थे, इसलिए बीजेपी के लिए योगी आदित्यनाथ का चयन करना आवश्यक हो गया है।