क्या भाजपा का मकसद पूर्व पीएम पंडित नेहरू की आलोचना करना है? : उदित राज
सारांश
Key Takeaways
- उदित राज ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए।
- वंदे मातरम की चर्चा का उद्देश्य पंडित नेहरू का अपमान है।
- प्रियंका गांधी ने सरकार पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
- यूनेस्को ने दीपावली को मान्यता दी।
- महंगाई और बेरोजगारी पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता उदित राज ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि संसद के शीतकालीन सत्र में 10 घंटे तक चली वंदे मातरम की चर्चा का मुख्य उद्देश्य केवल पूर्व पीएम पंडित नेहरू का अपमान करना था।
उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा के भाषण का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि इस तरह की बहसें आवश्यक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए की जा रही हैं, क्योंकि सरकार देश की वास्तविकता से पर्दा हटाना चाहती है। पेपरलीक, बेरोजगारी, आरक्षण, महंगाई, और अन्य समस्याओं पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है? यदि हिम्मत है तो वर्तमान मुद्दों पर बात करें।
प्रियंका ने यह भी कहा कि पीएम मोदी को सलाह दी कि वे अपने अपमानों की एक सूची बनाएं, जिसमें नेहरू से संबंधित सभी शिकायतें शामिल हों, और फिर एक दिन निर्धारित कर सभी को एक बार में खत्म कर दें।
उदित राज ने कहा कि प्रियंका का यह बयान सही है, क्योंकि भाजपा देशहित के मुद्दों को छोड़कर ऐसे मुद्दों को उठाती है, जिनके पीछे पंडित नेहरू का अपमान छिपा होता है। संसद में महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, रोजगार और किसानों के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
उदित राज ने कहा कि वंदे मातरम का स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण स्थान था और कांग्रेस ने इसे अपने अधिवेशन में स्वीकार किया था।
कांग्रेस नेता उदित राज ने यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त विरासत सूची में शामिल करने पर गर्व व्यक्त किया।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यदि हमारे देश का कोई त्योहार यूनेस्को की लिस्ट में शामिल होता है, तो यह हम सभी के लिए गर्व की बात है।
कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि यह पूरे देश और सभी भारतीयों के लिए खुशी की बात है, क्योंकि दशहरा और दीपावली केवल भारत में नहीं, बल्कि कई अन्य देशों में भी मनाई जाती है।