क्या यूजीसी ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों से 12 जनवरी 2026 को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का निर्देश दिया?

सारांश
Key Takeaways
- यूजीसी का निर्देश - राष्ट्रीय युवा दिवस को मनाने का महत्वपूर्ण कदम।
- स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा सशक्तिकरण का प्रयास।
- ऑनलाइन क्विज युवाओं को जोड़ने का एक साधन।
- वीबीवाईएलडी पहल - युवा नेताओं के विचारों का मंच।
- सभी संस्थानों से सक्रिय सहयोग की आवश्यकता।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से अनुरोध किया है कि वे 12 जनवरी 2026 को स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाएं। यह कदम युवाओं को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने और विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए उठाया गया है।
यह राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन क्विज 1 सितंबर से आरंभ हो चुका है और 15 अक्टूबर तक माय भारत डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा। यह क्विज भारत के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान का आकलन करने और विकसित भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।
वीबीवाईएलडी पहल, जो राष्ट्रीय युवा महोत्सव का एक नया रूप है, युवाओं को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है। इस पहल के तहत, चयनित युवा नेताओं को थीमैटिक संवादों और रचनात्मक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने विचार सीधे प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है। इसका पहला संस्करण 2024-25 में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया था।
यूजीसी ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से इस महत्वपूर्ण पहल को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय सहयोग की मांग की है। संस्थानों को कहा गया है कि वे युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई प्रचार सामग्रियों जैसे बैनर, होर्डिंग और पोस्टर को अपने परिसर के नोटिस बोर्ड पर लगाएं, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इस बारे में जानकारी मिल सके।
उन्होंने कहा कि छात्र समूहों और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से भी इन सूचनाओं को लोगों तक पहुंचाना आवश्यक है। साथ ही, छात्रों को माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण कराने और क्विज में भाग लेने के लिए अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
यूजीसी ने कहा कि इस प्रतियोगिता में जितने अधिक छात्र भाग लेंगे, उतना ही लाभ होगा। अधिक से अधिक छात्रों को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने का उद्देश्य है।
यूजीसी ने कहा कि यह परिवर्तनकारी प्रयास युवाओं को सशक्त बनाने और विकसित भारत @2047 के राष्ट्रीय दृष्टिकोण की ओर मार्ग प्रशस्त करने में सहायक होगा।