क्या यूपी में वार्षिक धार्मिक मेले का काउंटडाउन शुरू हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- गंगा पूजन के साथ माघ मेले का काउंटडाउन शुरू हुआ।
- इस बार 15 करोड़ श्रद्धालुओं की उम्मीद है।
- मेले की थीम सुगम, सुरक्षित, स्वच्छ और सुलभ है।
- प्रशासन ने नवीन प्रयोगों की योजना बनाई है।
- गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम पर भव्य आयोजन किया जाएगा।
लखनऊ, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कुंभ नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर हर साल माघ के महीने में आयोजित होने वाले देश के सबसे बड़े सालाना धार्मिक मेले माघ मेले का काउंटडाउन आरंभ हो चुका है। संगम किनारे इसकी शुरुआत गंगा पूजन से हुई है। इस बार के माघ मेले में देश-दुनिया से लगभग 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
इस बार के माघ मेले की थीम सुगम, सुरक्षित, स्वच्छ और सुलभ होगी। प्रयागराज में माघ मेले के सफल आयोजन के लिए प्रशासन और तीर्थ पुरोहितों ने संगम की धारा में वेद पाठ कर मां गंगा की आरती व पूजा-अर्चना की और मेले की सफलता के लिए मां गंगा का आशीर्वाद मांगा है। यह माघ मेला महाकुंभ 2025 के बाद का पहला माघ मेला है, इसलिए इसमें कई नवीन प्रयोग किए जा रहे हैं।
मंडलायुक्त प्रयागराज सौम्या अग्रवाल का कहना है कि सरकार की मंशा के अनुसार स्वच्छ, सुगम, सुलभ, सुरक्षित और भव्य रूप से माघ मेले का आयोजन किया जाएगा। मेले का आयोजन 7 सेक्टरों में 800 हेक्टेयर भूमि पर किया जाएगा। माघ मेले में लगभग 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि पुराने अनुभवों से सीख लेकर इस बार कुछ नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुगमता के लिए श्रद्धालुओं को कम से कम चलना पड़े, पार्किंग व्यवस्था अच्छी हो, भीड़ प्रबंधन बेहतर होना चाहिए, ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाना, नेटवर्किंग की बेहतर व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्य किए जा रहे हैं। मंगलवार को पतित पावनी गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम के पावन तट पर माघ मेला 2026 के सफल आयोजन के लिए वैदिक मंत्रोचार के साथ गंगा पूजन किया गया। मां गंगा से माघ मेला को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने की कामना की गई।
-- राष्ट्र प्रेस
विकेटी/एएसएच