क्या दुर्घटना में जान गंवाने वाले उपनल कर्मचारियों के परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा मिला?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने 50-50 लाख का मुआवजा दिया।
- दुर्घटना में मरे कर्मचारियों के परिजनों की आर्थिक सहायता।
- राज्य सरकार और बैंकों के बीच एमओयू।
- सुरक्षित कार्य वातावरण के लिए पहल।
- प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में नवाचार।
देहरादून, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपनल के माध्यम से कार्यरत तीन कर्मचारियों की दुर्घटना में मृत्यु के बाद उनके परिवारों को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की है। शुक्रवार को सचिवालय में, मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को सहायता राशि के चेक सौंपे।
उपनल के तहत विद्युत वितरण खंड, जसपुर में तैनात बृजेश कुमार की इसी वर्ष जनवरी में और विद्युत वितरण खंड हरिद्वार में तैनात संजीव कुमार की फरवरी में सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। वहीं, देहरादून में तैनात तसलीम ने नवंबर 2024 में सड़क दुर्घटना में जान गंवाई थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर, उत्तराखंड सरकार ने सरकारी, अर्द्धसरकारी और उपनल कर्मचारियों के हितों के लिए कई प्रकार की सुविधाएं और बीमा लाभ प्रदान करने के लिए राज्य सरकार और बैंकों के बीच एमओयू किया है। इस पहल के तहत, दुर्घटना में मृत्यु होने पर कर्मचारियों के परिजनों को सहायता राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने उपनल कर्मचारियों के लिए इस सुविधा के लिए पंजाब नेशनल बैंक का आभार भी व्यक्त किया।
सीएम धामी ने कहा कि कोई भी सहायता राशि मानव की कमी को पूरा नहीं कर सकती, लेकिन यह कठिन समय में उनके परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करने में मदद करती है। सरकार का प्रयास है कि कर्मचारियों को सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण के साथ ही कठिन परिस्थितियों में उनके परिवार को हर संभव सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट सैलरी पैकेज के तहत राज्य में कर्मचारियों को बीमा और अन्य सुरक्षा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार की ओर से अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। कर्मचारियों के हितों में अनेक निर्णय लिए गए हैं।