क्या यूपी में सावन के अंतिम सोमवार पर शिवालयों में गूंजे ‘हर हर महादेव’?

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क्या यूपी में सावन के अंतिम सोमवार पर शिवालयों में गूंजे ‘हर हर महादेव’?

सारांश

उत्तर प्रदेश के शिवालयों में सावन के अंतिम सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बारिश ने भी भक्तों की आस्था को कम नहीं किया। भक्तों ने उत्साह से जलाभिषेक किया और भगवान शिव से मनोकामनाएं की। जानें इस अद्भुत उत्सव की खास बातें।

Key Takeaways

  • सावन के अंतिम सोमवार पर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगीं।
  • भक्तों ने बारिश के बावजूद जलाभिषेक किया।
  • प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए।
  • भक्तों की आस्था को बारिश ने नहीं रोका।
  • शिवालयों में 'हर हर महादेव' के जयघोष गूंजे।

लखनऊ, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। सावन के चौथे और अंतिम सोमवार को उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में आस्था का अद्भुत उत्सव देखने को मिला। भोर से ही लखनऊ, बनारस, कानपुर, बाराबंकी, गोंडा, लखीमपुर जैसे प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। रुक-रुक कर हो रही बारिश भी भक्तों की भक्ति में बाधा नहीं बन सकी।

भक्तों ने कंधे पर कांवड़, हाथों में पूजा की थाली और होंठों पर ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक किया। प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। राज्य के कई जिलों में बारिश होती रही, लेकिन भोलेनाथ के भक्तों की आस्था पर इसका कोई असर नहीं हुआ। रेनकोट और छाता लेकर श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरों में दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं।

भक्तों ने सुगंधित पुष्प, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्र, दूध, दही और मिष्ठान अर्पित कर भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की। बनारस में श्री काशी विश्वनाथ धाम में काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ का रुद्राक्ष श्रृंगार किया गया है। बाबा के दर्शन के लिए कतार में लगे लोगों पर पुष्प वर्षा की गई। राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। श्रद्धालु जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक और विशेष पूजन कर भोलेनाथ से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने की प्रार्थना करते नजर आए।

प्रयागराज में सोमेश्वर महादेव, मनकामेश्वर, नागवासुकी, तक्षक तीर्थ, पड़िला महादेव और दशाश्वमेध मंदिर जैसे प्रमुख शिवालयों में हजारों श्रद्धालु कतार में दर्शन के लिए लगे हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। बोल बम और हर हर महादेव के जयघोष से मंदिर गूंज रहे हैं। कानपुर के परमट मंदिर में श्रद्धालुओं ने आस्था और उल्लास के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक किया। भक्तों ने परिवार और समाज में सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। गोंडा जिले में आज सभी प्रमुख और पौराणिक शिव मंदिरों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। भक्त बम-भोले के जयकारों के साथ देर रात से ही कतारों में लगकर जलाभिषेक कर रहे हैं। गोंडा जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए हैं। ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है।

बाराबंकी के रामनगर स्थित प्राचीन लोधेश्वर महादेव धाम में सावन के अंतिम सोमवार पर आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां रविवार रात से ही शिवभक्तों का जनसैलाब इस ऐतिहासिक धाम में उमड़ पड़ा। कांवड़िए नंगे पैर, कंधे पर कांवड़ रखकर दूर-दराज से पैदल यात्रा कर लोधेश्वर पहुंचे। उन्होंने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ में सावन के चौथे सोमवार में भक्तों की बड़ी संख्या देखने को मिल रही है। हर हर बोल बम की गूंज से मंदिर गूंजायमान हो रहा है। गोला गोकर्णनाथ को छोटी काशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से प्रार्थना करने और गंगा जल चढ़ाने पर भोले बाबा की कृपा बरसती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

ज्ञात हो कि आखिरी सोमवार को लेकर राज्य के विभिन्न शिव मंदिरों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। अधिक भीड़ वाले इलाके पर ड्रोन से निगरानी की जा रही है। सीसीटीवी से भी देखरेख की जा रही है।

Point of View

यह दर्शाता है कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर कितनी मजबूत है। प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था भी सराहनीय है, जो भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

सावन का अंतिम सोमवार कब है?
सावन का अंतिम सोमवार हर साल जुलाई-अगस्त में आता है, इस साल यह 4 अगस्त को था।
क्या बारिश ने भक्तों की पूजा में बाधा डाली?
नहीं, बारिश के बावजूद भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई।
कौन-कौन से शहरों में भक्तों की भीड़ थी?
लखनऊ, बनारस, कानपुर, बाराबंकी, गोंडा और लखीमपुर जैसे शहरों में भक्तों की बड़ी भीड़ देखी गई।
क्या प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम किए थे?
हाँ, प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे, जिसमें पुलिस और ड्रोन निगरानी शामिल थी।
भक्तों ने भगवान शिव से क्या प्रार्थना की?
भक्तों ने सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।