क्या उत्तर प्रदेश में स्वस्थ जीवन का संदेश देते हुए योग दिवस मनाया गया?

सारांश
Key Takeaways
- योग स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- सामूहिक योगाभ्यास से सामंजस्य बढ़ता है।
- पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी महत्वपूर्ण है।
- योग की प्राचीन परंपरा को बढ़ावा देना चाहिए।
- योग को नियमित रूप से अपनाना चाहिए।
लखनऊ, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। 21 जून को विश्वभर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" की थीम के अंतर्गत, इस दिन प्रदेश के विभिन्न जिलों में सामूहिक योगाभ्यास, जागरूकता कार्यक्रम और सांस्कृतिक आयोजन आयोजित किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल ने योग की प्राचीन भारतीय परंपरा को न केवल भारत में बल्कि 177 देशों में फैलाने का कार्य किया है।
गोंडा, अमरोहा, संभल, सुल्तानपुर, फर्रुखाबाद, चंदौली, सीतापुर और बरेली जैसे जिलों में लोग योग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए एक स्वस्थ और तनावमुक्त जीवन की ओर बढ़ रहे हैं।
गोंडा जिले के कोडर गांव में, जहां महर्षि पतंजलि का जन्मस्थान माना जाता है, इस बार कंपोजिट विद्यालय कोडर में योग दिवस का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान समेत हजारों लोग उपस्थित हुए।
डीएम नेहा शर्मा ने कहा, "कोडर गांव को महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली के रूप में विकसित किया जा रहा है।" पर्यटन विभाग करोड़ों रुपये की लागत से धर्मशाला और अन्य निर्माण कार्य कर रहा है। गोंडा में यह ऐतिहासिक स्थल है, जहां झील के तट पर सामूहिक योगाभ्यास का आयोजन किया गया।
संभल जिले के चंदौसी में शशि मदन पब्लिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बच्चों, शिक्षकों और स्थानीय लोगों के साथ योग किया।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया है।"
सूर्य नमस्कार को लेकर विवाद को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, "सूर्य के बिना जीवन संभव नहीं।" नमाज में भी सूर्य नमस्कार की प्रक्रिया शामिल है, इसलिए इस पर विवाद नहीं होना चाहिए।
सुल्तानपुर के पर्यावरण पार्क में पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, जिलाधिकारी कुमार हर्ष और अन्य अधिकारियों ने नागरिकों के साथ योगाभ्यास किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव उद्बोधन भी प्रसारित हुआ।
फर्रुखाबाद की सातनपुर आलू मंडी में प्राणायाम, कपालभाती और अनुलोम-विलोम जैसे योगासनों का अभ्यास हुआ। भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने कहा, "प्रधानमंत्री की पहल से आज पूरा विश्व योग कर रहा है।"
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शाकिर अली मंसूरी ने योग को धर्म से जोड़ने की आलोचना करते हुए कहा, "योग को किसी धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं।" नमाज भी योग का एक रूप है।
अमरोहा के मिनी स्टेडियम में प्रभारी मंत्री केपी मलिक की मौजूदगी में सैकड़ों लोगों ने योग किया। उन्होंने कहा, "योग भारतीय संस्कृति की अनमोल देन है, जो मन और शरीर को स्वस्थ रखता है।"
चंदौली में बारिश के बावजूद महेंद्र इंटर कॉलेज के हॉल में योग का आयोजन हुआ, जिसमें राज्य मंत्री संजीव गोंड और राज्यसभा सांसद साधना सिंह शामिल हुईं।
साधना सिंह ने कहा, "योग करो, निरोग रहो। स्वस्थ शरीर के बिना सुख बेकार है।"
सीतापुर के सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रभारी मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने योग के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "योग न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना रहा है।" यह हमारे 'वसुधैव कुटुंबकम' के नारे को सार्थक करता है।
बरेली की पुलिस लाइन में एडीजी रमित शर्मा, डीआईजी अजय साहनी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने पुलिसकर्मियों के साथ योग किया। एडीजी रमित शर्मा ने कहा, "योग को हमने अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया है।"
इन आयोजनों में योग के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। सीतापुर में "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत पौधारोपण किया गया।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्कूलों, सार्वजनिक स्थानों और कार्यालयों में योग के प्रति जागरूकता फैलाई गई। योग प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया और लोगों को नियमित योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया गया।