क्या स्टोरेज, प्रोसेसिंग और कोल्ड चेन ने एग्रीकल्चर वैल्यू चेन को मजबूत किया है?
सारांश
Key Takeaways
- उत्तर प्रदेश में कृषि को बाजार और तकनीक से जोड़ने का प्रयास।
- स्टोरेज और कोल्ड चेन का विकास किसानों को लाभान्वित कर रहा है।
- कृषि में निवेश में वृद्धि के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं।
- दुग्ध उत्पादन में सुधार और गोवंश संरक्षण की पहल।
- किसानों की खुशहाली के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग।
लखनऊ, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आज खेती को बाजार, तकनीक और बुनियादी ढांचे से जोड़ने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक्सप्रेस-वे, लॉजिस्टिक पार्क और बेहतर कनेक्टिविटी के चलते किसानों की उपज अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक आसानी से पहुंच रही है। एग्रीकल्चर वैल्यू चेन को मजबूत करने के लिए स्टोरेज, प्रोसेसिंग सेंटर और कोल्ड चेन इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश में वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर खेत को पानी देने के लक्ष्य को नहरों, पाइपलाइन और माइक्रो इरिगेशन जैसी परियोजनाओं के माध्यम से आगे बढ़ाया गया है। इसके फलस्वरूप, देश की कुल ८६ प्रतिशत सिंचित भूमि अकेले उत्तर प्रदेश में है, जिससे यूपी देश का सर्वाधिक सिंचित भूमि वाला राज्य बन गया है।
सीएम योगी ने कहा कि किसानों को ऊर्जा और तकनीक के स्तर पर राहत दी गई है। पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत ९४ हजार किसानों को सोलर पैनल प्रदान किए गए हैं। इसके साथ ही किसानों को मुफ्त बिजली दी जा रही है और १६ लाख किसानों के ट्यूबवेल के बिजली बिल माफ कर सरकार उसकी पूर्ति कर रही है। उन्नत बीज, प्राकृतिक खेती, ड्रोन और जलवायु-संवेदनशील आधुनिक तकनीकों के उपयोग से प्रदेश की कृषि विकास दर तेजी से बढ़ रही है।
अन्य क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवंश संरक्षण और दुग्ध उत्पादन में भी सरकार ने ठोस कार्य किए हैं। प्रदेश में १६ लाख से अधिक गोवंश के लिए गौ संरक्षण स्थल बनाए गए हैं। जो किसान अपने घर में गाय पालते हैं, उन्हें वेरिफिकेशन के बाद १५०० रुपए प्रति गाय का भुगतान किया जा रहा है। इसका सकारात्मक परिणाम यह है कि दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट खेती और मिलेट्स (श्री अन्न) की खेती के विस्तार में भी उत्तर प्रदेश ने देश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त, मत्स्य उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे ग्रामीण आय और पोषण को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि ये सभी प्रयास मिलकर किसानों की खुशहाली और प्रदेश की समग्र कृषि अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे रहे हैं।