क्या उत्तराखंड में हर दिन दो हजार लीटर डीजल भेजा जाएगा धराली?

सारांश
Key Takeaways
- 2000 लीटर डीजल की दैनिक आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
- 480 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
- खाद्य सामग्री की आपूर्ति घोड़ों और खच्चरों के माध्यम से की जाएगी।
देहरादून, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के गृह सचिव शैलेश बगौली शनिवार शाम लगभग 7 बजे राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुँचे और उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्या से दिनभर के रेस्क्यू अभियान का हाल जाना।
धाराली और हर्षिल में डीजल की कमी से बचने के लिए, गृह सचिव ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अपर आयुक्त पीएस पांगती को हर दिन 2000 लीटर डीजल भेजने का आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने इन स्थानों पर 20 से 25 रसोई गैस के सिलेंडर भेजने का भी निर्देश दिया।
शैलेश बगौली ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर्षिल घाटी में खाद्य सामग्री की कमी न होने पाए, इसके लिए विशेष ध्यान रखा जाए। जब तक सड़कें बहाल नहीं होतीं, तब तक घोड़ों और खच्चरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, उन्होंने बीआरओ के अनुरोध पर धराली में जल पुलिस को सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए जल्द से जल्द नाव भेजने के निर्देश दिए।
गृह सचिव ने बताया कि आज युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्यों का संचालन किया गया। शनिवार को कुल 480 लोगों को हर्षिल और नेलांग से जौलीग्रांट, मातली और चिन्यालीसौंड के लिए रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि 6 से 9 अगस्त के बीच चार दिनों में 1126 लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने बताया कि यूकाडा और सेना के हेलीकॉप्टरों ने आज कुल 128 सॉर्टी की। इन चार दिनों में विभिन्न हेलीकॉप्टरों द्वारा कुल 257 सॉर्टी की गई हैं।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. ओबैदुल्लाह अंसारी आदि भी उपस्थित थे।