क्या उत्तराखंड में भारी बारिश से टोंस नदी का उफान प्रशासन को चौकस कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- टोंस नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
- स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
- भारी बारिश की वजह से बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
- केंद्रीय जल आयोग की टीम निगरानी कर रही है।
- लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
देहरादून, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में जारी भारी बारिश के चलते टोंस नदी ने अपना उग्र रूप धारण कर लिया है।
मिनस मोटर मार्ग के समीप बहने वाली इस नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। ट्यूणी से होकर टोंस नदी डाकपत्थर बैराज पर यमुना नदी से मिलती है। जब यह नदी पहाड़ों से मैदानी इलाकों में प्रवेश करती है, तो यमुना और टोंस के संगम के बाद जल स्तर और अधिक बढ़ जाता है, जिससे निचले क्षेत्रों में खतरा उत्पन्न हो रहा है।
पहाड़ों पर बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसके परिणामस्वरूप टोंस नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मिनस मोटर मार्ग पर केंद्रीय जल आयोग की टीम नदी के बढ़ते जलस्तर पर कड़ी नज़र रख रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही, तो टोंस नदी खतरे के निशान को छू सकती है। इससे आसपास के गांवों और निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
स्थानीय प्रशासन ने नदी के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मिनस मोटर मार्ग पर आवागमन प्रभावित हो सकता है, क्योंकि नदी का पानी सड़क के करीब पहुंच रहा है।
केंद्रीय जल आयोग की टीम लगातार निगरानी कर रही है और आवश्यक कदम उठाने की तैयारी में है। प्रशासन ने नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण नदी का प्रवाह इतना तेज हो गया है कि कई स्थानों पर कटाव शुरू हो गया है।
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए आपातकालीन योजनाएं तैयार की हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के किनारे न जाएं और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।