क्या बिहार के वैशाली में पीएम किसान योजना ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाया?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है।
- यह योजना किसानों की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है।
- किसानों को समय पर कीटनाशक और खाद की व्यवस्था होती है।
- सालाना 6000 रुपए की राशि तीन किस्तों में मिलती है।
- यह योजना भारत सरकार द्वारा पूर्ण रूप से वित्तपोषित है।
वैशाली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई गई हैं, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रही हैं। इनमें से एक है पीएम किसान सम्मान निधि योजना।
बिहार के वैशाली के निवासी शशिकांत कुमार ने इस योजना का लाभ उठाने के बाद पीएम मोदी का आभार प्रकट किया है।
इस योजना के लाभार्थी ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से किसानों के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं।
बिदुपुर सहदुल्लापुर धबौली के निवासी शशिकांत कुमार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि उन्हें पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले खेती करने में कठिनाई होती थी, लेकिन अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से कोई समस्या नहीं है। उन्हें समय पर कीटनाशक, सिंचाई और खाद की व्यवस्था करने में मदद मिल गई है।
उन्होंने कहा कि वह एक किसान परिवार से हैं और पहले की सरकारों में किसानों को कोई लाभ नहीं होता था। अब पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद हमें सालाना छह हजार रुपए मिलते हैं। यह राशि तीन किस्तों में उनके बैंक खाते में आती है। इन पैसों से आवश्यक वस्तुएं खरीदी जाती हैं। हाल ही में, उन्हें कीटनाशक खरीदने के लिए पैसे की आवश्यकता थी और समय पर पैसे मिलने से दवा खरीदी गई। इससे फसलों की गुणवत्ता में सुधार होगा।
उल्लेखनीय है कि पात्र किसानों को तीन समान किस्तों में सालाना छह हजार रुपए सीधे उनके बैंक खातों में मिलते हैं। यह योजना पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित है और किसानों की आजीविका को सशक्त बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।