क्या उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने जॉर्जिया के संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और जॉर्जिया के बीच संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता।
- जॉर्जिया में भारतीय दूतावास का उद्घाटन।
- साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना।
- शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ाना।
- विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसर।
नई दिल्ली, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जॉर्जिया की संसद के अध्यक्ष शाल्व पापुआश्विली के नेतृत्व में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को संसद भवन में भारत के उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की।
इस मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने सार्थक चर्चा की और जॉर्जिया में नए भारतीय दूतावास के उद्घाटन एवं बेहतर प्रत्यक्ष संपर्क की संभावनाओं का स्वागत किया। बातचीत में भारत-जॉर्जिया संबंधों के सुदृढ़ीकरण, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और नियमित संसदीय सहभागिता को संस्थागत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
भारत के उपराष्ट्रपति के आधिकारिक हैंडल द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया गया कि प्रतिनिधिमंडलों ने पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्यूटिकल्स, नवीकरणीय ऊर्जा, फिल्म उद्योग और खेल क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विचार किया।
इसके साथ ही, विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान को गहरा करने, जॉर्जिया में भारतीय छात्रों की बढ़ती उपस्थिति और पर्यटन प्रवाह में वृद्धि पर भी चर्चा की गई।
इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मंगलवार को जॉर्जिया के उच्चस्तरीय संसदीय शिष्टमंडल के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान भारत-जॉर्जिया संबंधों को सशक्त बनाने पर चर्चा की गई। शिष्टमंडल का नेतृत्व जॉर्जिया की संसद के चेयरमैन शाल्व पापुआश्विली ने किया।
वार्ता के दौरान संसदीय सहयोग को बढ़ाने, नए संस्थागत संबंध स्थापित करने तथा व्यापार, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, ऊर्जा और जनसंपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहित करने के संदर्भ में चर्चा की गई।
लोकसभा अध्यक्ष बिड़ला ने शिष्टमंडल का स्वागत किया और ताशकंद में 150वीं अंतर-संसदीय संघ की सभा के दौरान शाल्व पापुआश्विली से अपनी पूर्व बैठक की चर्चा की। उन्होंने भारत एवं जॉर्जिया के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित दीर्घकालीन मित्रतापूर्ण संबंधों को उजागर किया।
ओम बिड़ला ने जॉर्जिया की संसद में सक्रिय रूप से कार्यरत जॉर्जिया-भारत संसदीय मैत्री समूह की सराहना की और कहा कि भारत की संसद भारत-जॉर्जिया संसदीय मैत्री समूह के गठन की प्रक्रिया में है ताकि आपसी संसदीय संबंध और मजबूत हों।