क्या चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देंगे, संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करते हैं : विजय सिन्हा?

सारांश
Key Takeaways
- विजय कुमार सिन्हा ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देने का आश्वासन दिया।
- संवैधानिक संस्थाओं के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
- कांग्रेस और राजद के नेताओं पर आरोप लगाए गए।
- मतदाता सूची में नाम हटाने की प्रक्रिया की पारदर्शिता पर चर्चा हुई।
- पटना जिला प्रशासन ने नोटिस दिया है।
पटना, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब देने की योजना बनाई है, जिसमें दो विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में उनके नाम का मामला उठाया गया है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देंगे और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान उनके लिए महत्वपूर्ण है।
पटना में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान, उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि हम इन नेताओं की तरह नहीं हैं जो संवैधानिक संस्थाओं के प्रति अनादर व्यक्त करते हैं। उनका संविधान में पूरा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि संविधानिक संस्थाएं पूरी पारदर्शिता से कार्य कर रही हैं और सभी को इनका सम्मान करना चाहिए। लेकिन, जिन लोगों का परिवारवाद में विश्वास है, वे इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं। बिहार में फर्जी मतदाता की सूची से नाम हटाने पर ये लोग आक्रोशित क्यों हैं? जनता इस मुद्दे को समझती है।
रविवार को, कांग्रेस और राजद के तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का नाम लखीसराय और पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कई प्रमाण भी प्रस्तुत किए थे। इसके बाद, विजय कुमार सिन्हा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने एक साल पहले बांकीपुर विधानसभा की मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए आवेदन किया था।
पटना जिला प्रशासन ने विजय कुमार सिन्हा को नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वह 14 अगस्त की शाम 5 बजे तक अपना जवाब प्रस्तुत करें। उप मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख 182-बांकीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र नंबर-405 की मतदाता सूची में है, साथ ही 108-लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में भी उनका नाम अंकित है।