क्या केरल सरकार हड़ताल को टालने में सफल होगी? स्वास्थ्य मंत्री करेंगी मेडिकल कॉलेज शिक्षक संघ से वार्ता

Click to start listening
क्या केरल सरकार हड़ताल को टालने में सफल होगी? स्वास्थ्य मंत्री करेंगी मेडिकल कॉलेज शिक्षक संघ से वार्ता

सारांश

क्या केरल सरकार अनिश्चितकालीन हड़ताल को टालने में सफल होगी? स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के नेतृत्व में बातचीत से स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। जानें क्या हैं संघ की मुख्य मांगें और वार्ता के संभावित परिणाम।

Key Takeaways

  • केरल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को ठप करने वाली हड़ताल को रोकने की कोशिश कर रही है।
  • स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज केजीएमसीटीए के साथ सुलह वार्ता करेंगी।
  • संघ की प्रमुख मांगों में वेतन संशोधन और कर्मचारियों की कमी शामिल हैं।
  • हड़ताल से मेडिकल सेवाओं पर गंभीर असर पड़ सकता है।
  • सरकार और संघ के बीच संवाद जरूरी है।

तिरुवनंतपुरम, 9 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल सरकार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने के प्रयास में है। इस दिशा में, राज्य का स्वास्थ्य विभाग सोमवार को केरल सरकारी मेडिकल कॉलेज शिक्षक संघ (केजीएमसीटीए) के साथ संवाद करेगा।

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज इस बैठक की अध्यक्षता करेंगी, जिसका मुख्य उद्देश्य मेडिकल शिक्षक संघ की लंबित मांगों का समाधान निकालना है।

अधिकारियों के अनुसार, विभाग ने वेतन संशोधन, कर्मचारियों की कमी और बुनियादी ढांचे की समस्याओं को हल करने के लिए केजीएमसीटीए के प्रतिनिधियों से बातचीत शुरू कर दी है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि बातचीत के माध्यम से कोई सकारात्मक समाधान निकलेगा।"

केजीएमसीटीए ने अपनी मांगों को लेकर इस सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है, जिससे मेडिकल सेवाओं पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, हालांकि आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।

मेडिकल शिक्षक संघ ने कई महीनों से आंदोलन किया है और सरकार पर बार-बार आश्वासन के बावजूद कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। संघ ने पिछले महीने एक दिन के लिए ओपीडी का बहिष्कार भी किया था। अब, सरकार द्वारा कार्रवाई न करने के कारण, संघ ने पूर्ण हड़ताल का निर्णय लिया है।

केजीएमसीटीए के पदाधिकारियों के अनुसार, उनकी प्रमुख मांगों में लंबित वेतन संशोधन का त्वरित कार्यान्वयन, 2016 से बकाया राशि का भुगतान, वेतन विसंगतियों का समाधान और कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए नए पदों का सृजन शामिल है।

उन्होंने राज्य भर के मेडिकल कॉलेजों में रिक्त पदों को भरने और बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक सुविधाओं को सुधारने की मांग की है।

केजीएमसीटीए के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने कहा, "सरकार ने बार-बार किए गए ज्ञापनों को नजरअंदाज किया है। हमारे पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।" उन्होंने कहा कि यदि सरकार ठोस प्रस्ताव पेश करती है, तो संघ बातचीत के लिए तैयार है।

जबकि गतिरोध जारी है, अस्पताल प्रशासकों ने चिंता व्यक्त की है कि हड़ताल से राज्य के मेडिकल कॉलेजों में मरीजों की देखभाल, शैक्षणिक कार्यक्रम और शोध कार्य प्रभावित हो सकते हैं।

सोमवार की बैठक के परिणाम से तय होगा कि हड़ताल जारी रहेगी या इसे समाप्त किया जाएगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि केरल सरकार को एक संतोषजनक समाधान खोजने की आवश्यकता है। चिकित्सा सेवाओं का ठप होना किसी भी राज्य के लिए चिंता का विषय है। इस स्थिति को सुलझाने के लिए सरकार और संघ के बीच सार्थक संवाद होना अति आवश्यक है।
NationPress
26/12/2025

Frequently Asked Questions

केजीएमसीटीए ने हड़ताल क्यों की?
केजीएमसीटीए ने बढ़ती वेतन विसंगतियों और कर्मचारियों की कमी के कारण अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया।
स्वास्थ्य मंत्री की बैठक का उद्देश्य क्या है?
बैठक का उद्देश्य संघ की लंबित मांगों का समाधान निकालना है।
हड़ताल का मरीजों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
हड़ताल से मेडिकल सेवाओं में गंभीर व्यवधान आएगा, लेकिन आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
Nation Press